बरक्कतपुर गांव में पुलिस के बाद पीएसी तैनात
दो गुटों में मंगलवार शाम कहासुनी हो गई थी। इस पर एक पक्ष ने फायरिंग की थी। इसमें सात लोग घायल हुए थे। बुधवार को चायल विधायक संजय गुप्ता भी पहुंचे। तनातनी का माहौल बना होने के कारण एसपी ने गांव में एक...
दो गुटों में मंगलवार शाम कहासुनी हो गई थी। इस पर एक पक्ष ने फायरिंग की थी। इसमें सात लोग घायल हुए थे। बुधवार को चायल विधायक संजय गुप्ता भी पहुंचे। तनातनी का माहौल बना होने के कारण एसपी ने गांव में एक प्लांटून पीएसी भी तैनात कर दी है। सीओ सिराथू को सुरक्षा-व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है।
बरक्कतपुर गांव में मंगलवार की शाम वसीम और उसके साथियों ने रुपये के लेनदेन के विवाद में रामहित व उसके परिजनों को मारपीट कर घायल कर दिया था। हमलावर असलहों से लैस थे। विरोध में लोगों ने घेरना शुरू किया तो हमलावरों ने फायरिंग कर दी थी। इसमें छह लोग घायल हो गए थे, जबकि मारपीट में 11 वर्षीय सुल्तान घायल हो गया था। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिस ने रात में ही मामला दर्ज कर ताबड़तोड़ दबिश दी थी। तीन आरोपित गिरफ्तार किए गए थे। अन्य की तलाश में दबिश चल रही थी। घटना के बाद मंगलवार की ही रात सिराथू और मंझनपुर के विधायक जिला अस्पताल पहुंच गए थे। इसके बाद पुलिस सक्रिय हो गई थी। बुधवार को चायल विधायक संजय गुप्ता बरक्कतपुर गांव पहुंचे। पीड़ित पक्ष से मिलने के बार कार्रवाई के लिए विधायक ने दबाव बनाया। गांव में तनातनी का माहौल बना होने के कारण एसपी प्रदीप गुप्ता ने पुलिस के अलावा गांव में एक प्लांटून पीएसी तैनात कर दी। पीएसी गांव में कदमताल कर रही है।
घटना के बाद से गांव में पसरा है सन्नाटा:
बरक्कतपुर गांव में मंगलवार की शाम की घटना के बाद से सन्नाटा पसरा हुआ है। गांव की गलियां सूनी हैं। अलाव के समीप बैठे लोग गुपचुप एक-दूसरे से बातचीत करते हैं। किसी के आने पर खामोश हो जाते हैं। गांव में क्या हुआ और कैसे हुआ? इसको लेकर लोगों ने चुप्पी साध रखी है। अधिकतर लोग गांव छोड़कर गायब भी हो चुके हैँ। कार्रवाई के खौफ से एक बस्ती के लोग डरे हुए हैं।