चायल तहसील क्षेत्र के बिलासपुर और सझिया गांव में बुधवार रात मूसलाधार बारिश से चार परिवारों के कच्चे मकान धराशायी हो गए। मलबे में उनकी सारी गृहस्थी दब कर नष्ट हो गई। भुक्तभोगियों ने घटना की सूचना राजस्व विभाग के अधिकारियों को दे दी। सूचना पर पहुंची राजस्व की टीम नुकसान का आकलन किया।
पिपरी थाने के बिलासपुर गांव की शांति देवी ने बताया कि उसका पति सुरेश चंद्र मजदूरी करता है। बुधवार रात को वह परिवार के साथ घर के अगले हिस्से में बने छप्पर में सो रहा था। आधी रात को हुई मूसलाधार बारिश से उसका कच्चा मकान भरभरा कर गिर गया। जिससे मलबे में उसकी सारी गृहस्थी दब कर नष्ट हो गई। इसी तरह गांव के ही राजेश कुमार पुत्र राम प्रताप व रफीक उल्ला पुत्र समीउल्ला का भी खपरैल नुमा कच्चा मकान सीलन से जमींदोज हो गया। इससे उनकी अनाज, चारपाई समेत लगभग 25-25 हजार रुपये की गृहस्थी दबकर नष्ट हो गई। इसी तरह चरवा के सझिया गांव निवासी संगीता देवी पत्नी संतोष कुमार का भी खपरैलनुमा कच्चा मकान सीलन से धराशायी हो गया। गनीमत रही कि सब लोग घर के दूसरे कमरे में थे। इससे बड़ा हादसा होने से बच गया। संगीता के अनुसार अनाज, चारपाई और बर्तन समेत करीब 25 हजार रुपये का सामान मलबे में दबकर नष्ट हो गया। चख पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे पड़ोसियों ने मलबे को हटाकर सामान को बाहर निकाला। इसकी जानकारी भुक्तभोगियों ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को दी।