शीतलहर से ठंड के साथ बढ़ी गलन
जिले में पांच दिन से लगातार कोहरा पड़ रहा है। ठंड बरकरार है। शीतलहर चलने से गलन और बढ़ गई है। रविवार सुबह अचानक पारा एकदम से नीचे चला गया। इससे...
जिले में पांच दिन से लगातार कोहरा पड़ रहा है। ठंड बरकरार है। शीतलहर चलने से गलन और बढ़ गई है। रविवार सुबह अचानक पारा एकदम से नीचे चला गया। इससे बाहर निकले लोग कांप रहे थे। चाय-पान की दुकानों में लोग ठंड से बचने का प्रयास कर रहे थे।
जनपद में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। पांच दिन से लगातार कोहरा पड़ रहा है। गंगा व यमुना किनारे के गांवों में ठंड का असर ज्यादा है। रात में हवा भी चल रही है। इससे गलन और बढ़ गई है। रविवार सुबह गलन इतनी थी कि लोग बाहर कांप रहे थे। ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे थे। जिला मुख्यालय के चौराहे पर जल रहे अलाव के समीप लोगों की भीड़ थी। चाय की दुकान में भी लोग हाथ सेंकने के लिए परेशान रहे। गंगा व यमुना किनारे के गांवों के ठंड का असर ज्यादा है। गांवों में ठंड से बचने का सरकार की ओर से कोई इंतजाम नहीं है। कहीं भी अलाव नहीं जल रहे हैं। ग्रामीण खुद लकड़ियों का इंतजाम करते हैं और अलाव जलाकर ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं।