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सात साल बाद सीएचसी चायल अस्पताल हुआ चालू

मरीजों को इलाज के लिए अब चायल से बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। भारतीय किसान यूनियन और भारतीय मजदूर किसान संयुक्त यूनियन के प्रयास से सालों से...

सात साल बाद सीएचसी चायल अस्पताल हुआ चालू
हिन्दुस्तान टीम,कौशाम्बीFri, 30 Jul 2021 04:02 AM
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चायल। हिन्दुस्तान संवाद

मरीजों को इलाज के लिए अब चायल से बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। भारतीय किसान यूनियन और भारतीय मजदूर किसान संयुक्त यूनियन के प्रयास से सालों से तैयार सीएचसी बुधवार को चालू हो गया। तैनात डॉक्टरों ने आए हुए मरीजो की जांच कर मुफ्त दवाइयों का भी वितरण किया।

पीएचसी प्रभारी डा. मुक्तेश द्विवेदी ने बताया कि जिला प्रशासन ने 30 बेड का सीएचसी शुरू करवा दिया है। अस्पताल में डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, नर्स और पैरामेडिकल कर्मियों की तैनाती कर दी है। फिलहाल अस्पताल के इंचार्ज की जिम्मेदारी उन्हें ही दी गई है। बुधवार को इलाके से आए दर्जनभर से अधिक मरीजो की जांच कर उन्हें मुफ्त दवाइयों का वितरण किया गया है।

रंग लाया किसानों का संघर्ष

चायल कस्बे में करीब साढ़े चार करोड़ की लागत से वर्ष 2013 में सीएचसी भवन का निर्माण किया गया था। भवन निर्माण कार्यदायी संस्था (सीएनडीएस) जल निगम से कराया गया। भवन निर्माण लागत का 83 लाख रुपये शासन से बकाया होने के चलते कार्यदायी संस्था भवन का हस्तांतरण स्वास्थ्य विभाग को नहीं कर रहा था। पिछले सात वर्षों से देखरेख और मरम्मत के अभाव में दीवारें टूट गई थी और खिड़की दरवाजे गायब हो चुके थे। अस्पताल चालू करवाने के लिए भारतीय किसान यूनियन के तहसील अध्यक्ष चंदू तिवारी एवं भारतीय किसान मजदूर संयुक्त यूनियन के जिलाध्यक्ष नरेंद्र कुमार ने पिछले तीन सालों से कार्यकर्ताओं के साथ धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। कोविड काल में दो माह पहले तत्कालीन रहे डीएम अमित कुमार ने सीएचसी भवन का निरीक्षण कर अस्पताल चालू करवाने का निर्देश दिया था। डीएम के निर्देश के बाद भवन की मरम्मतीकरण के बाद बुधवार से मरीजो का इलाज शुरू हो गया।

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