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पिपरी में गवर्नमेंट सप्लाई वाली सीमेंट की कालाबाजारी उजागर, दुकान सील

चायल तहसील के पिपरी थाना अंतर्गत मकदूमपुर चौकी के बगल गवर्नमेंट साइट या बड़े प्रोजेक्ट में इस्तेमाल की जाने वाली सीमेंट दुकान पर बेचे जाने का मामला सामने आया है। सोमवार को आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान...

पिपरी में गवर्नमेंट सप्लाई वाली सीमेंट की कालाबाजारी उजागर, दुकान सील
हिन्दुस्तान टीम,कौशाम्बीTue, 06 Oct 2020 03:32 AM
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चायल तहसील के पिपरी थाना अंतर्गत मकदूमपुर चौकी के बगल गवर्नमेंट साइट या बड़े प्रोजेक्ट में इस्तेमाल की जाने वाली सीमेंट दुकान पर बेचे जाने का मामला सामने आया है। सोमवार को आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान में खबर प्रकाशित होने के बाद हरकत में आए तहसील प्रशासन के निर्देश पर पुलिस ने दो दुकानें सील कर दी। दुकान सील होने से बाकी दुकानदारों में हड़कंप मच गया।

पिपरी इलाके में काफी दिनों से नाट फॉर रिटेल सेल की मुहर लगी सीमेंट दुकानों में बिक रही है। एक्साइज ड्यूटी से मुक्त होने के कारण यह सीमेंट प्रति बोरी 60 रुपये सस्ती होती है। कंपनी इसे सीधे गवर्नमेंट सेक्टर या बड़े प्रोजेक्ट को सप्लाई करती है। ओपन मार्केट में इसकी बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित है। पिपरी के मकदूमपुर पुलिस चौकी के बगल दो दुकानों पर ऐसी प्रतिबंधित सीमेंट काफी समय से बिक रही थी। जानकारी होने के बाद आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने सोमवार को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर को संज्ञान में लेकर सोमवार को एसडीएम ज्योति मौर्या ने पुलिस टीम को मौके पर भेजकर दो दुकानों को सील करा दिया। एक दुकान में लगभग डेढ़ सौ बोरी और दूसरी दुकान में लगभग सौ बोरी सीमेंट रखी मिली। दुकान पर नॉट फार रिटेल सेल की बोरियां कहां से पहुंचीं और करोड़ों का चूना लगाने वाला यह गोरखधंधा कब से और कितने व्यापक स्तर पर चल रहा है, यह जांच का विषय बन गया है।

हर महीने लाखों की कमाई कर रहा दुकानदार

प्रिज्म कंपनी के एक डीलर ने बताया कि नार्मल सीमेंट का मार्केट रेट 330 रुपये है,इसमें दुकानदार को चार परसेंट मुनाफा मिलता है। इस तरह वह एक बोरी पर 13 रुपये तक कमा लेता है। जबकि नॉट फार सेल वाली सीमेंट का रेट 270 रुपये है। क्योंकि गर्वनमेंट सप्लाई होने के कारण इस पर एक्साइज ड्यूटी नहीं है। इस तरह प्रतिबंधित सीमेंट बेचकर दुकानदार एक बोरी पर सीधे साठ रुपये का मुनाफा कमा रहा था। दुकानदार की मानें तो वह प्रतिदिन सौ बोरी बेच लेता था। आसपास के दुकानदारों को भी यह सीमेंट बेचने को देता था। इस तरह वह इस काले कारोबार में प्रतिमाह लाखों रुपये कमा रहा था।

व्यापारी खपा रहे नॉट फॉर सेल सीमेंट

पंजीकृत ठेकेदारों को रियायती दरों पर शासन से दिया जाने वाला किफायती सीमेंट बेचने का मामला पिपरी इलाके में सामने आया है। दुकानदार खरीददार के कम पढ़े लिखे होने का फायदा उठाकर खुले बाजार में नहीं बेचे जाने वाला सीमेंट धड़ल्ले से बेच रहे है। ठेकेदार के साथ सांठ-गांठ कर कम दर वाला सीमेंट बेचने का कारोबार चायल तहसील इलाके में काफी फल-फूल रहा है।

जांच में हो सकता है बड़ा खुलासा

बिल्डरों द्वारा अधिक मुनाफा कमाने के फेर में प्रतिबंधित सीमेंट की बोरियों को सरकारी दर से अधिक कीमतों में खपाकर लाखों रुपए में बेचा जाता है। दुकानदार बाजार मूल्य से कम कीमत में इसे खरीदकर अधिक दामों में बेच रहे हैं। वहीं दूसरी ओर शासन को मिलने वाला टैक्स भी नहीं मिल पा रहा है। यदि दुकानों की जांच की जाए तो दुकानदारों के पास खरीद कर रखे गए स्टॉक में प्रतिबंधित सीमेंट के बड़े मामले का खुलासा हो सकता है।

बोले जिम्मेदार

वीडियोग्राफी कराकर दोनों दुकानों को सील करा दिया गया है। मामले की जानकारी सम्बंधित अधिकारियों को दे दी गई है। मंगलवार को प्रयागराज से सम्बंधित टीम आकर जांच करेगी।

ज्योति मौर्य, एसडीएम चायल

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