कड़ा धाम सीएचसी के देवीगंज में बुखार ने अपना पांव पसारना शुरू किया है। कोरोना महामारी से देवीगंज व कड़ा के लोग उबरे तो बुखार ने इनकी नींद उड़ा दी है। कड़ा धाम कोतवाली के दो पुलिसकर्मी व व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के परिजन बुखार की चपेट में आ गए हैं। सभी लोग निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। आसपास के लोगों का कहना है कि इस समय कहीं दवा का छिड़काव नहीं हो रहा है। न ही टीम लोगों की जांच कर रही है।
कड़ा धाम कोतवाली में तैनात मुंशी प्रवीण यादव परिवार समेत देवीगंज बाजार में रहते हैं। दो दिन पहले प्रवीण यादव व उनके चार वर्षीय बेटे कान्हा को बुखार आया। जांच कराई तो पता चला प्लेटलेट्स अचानक घट गई है। आनन-फानन में दोनों को प्रयागराज के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। इसी तरह कड़ा धाम में तैनात सिपाही बलवीर यादव को भी बुखार आ गया है। बलवीर की प्लेटलेट्स घटी है। डेंगू के लक्षण दिख रहे हैं। इनके अलावा कड़ा धाम के सूरज सोनी की भी हालत खराब है। व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष मोनू मोदनवाल व उनकी पत्नी दोनों की भी प्लेटलेटस लगभग 40 हजार है। इनको भी प्रयागराज के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। देवीगंज व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रवीण साहू की भाभी की भी हालत गंभीर है। उनको भी प्रयागराज ले जाया गया है। इनके अलावा नज्जू का पुरवा गांव का सोनू, इस्माइलपुर गांव का मो. अकरम भी बीमार हैं। ये सभी निजी अस्पताल में भर्ती हैं। देवीगंज, कड़ा धाम के अलावा आसपास गांव के दर्जनों लोग बुखार से पीड़ित हैं। इसके बावजूद डॉक्टरों की टीम कैंप नहीं कर रही है।
शीतलाधाम के एक व्यक्ति की हो चुकी है मौत
शीतलाधाम निवासी ज्ञानचंद्र पाल की एक हफ्ता पहले बुखार से मौत हो चुकी है। ज्ञानचंद्र पाल को बुखार आने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत में सुधार नहीं हो रहा था। लगातार प्लेटलेट्स घट रही थी। ज्ञानचंद्र पाल की मौत के बाद से लोगों में दहशत है।