
कस्तूरबा विद्यालय की वार्डेन करती थी छात्राओं का उत्पीड़न, मारती-पीटती, टॉयलेट भी साफ करवाती
संक्षेप: यूपी के लखनऊ में कस्तूरबा विद्यालय की वार्डेन छात्राओं का उत्पीड़न करती थी। मारती-पीटती और टॉयलेट भी साफ करवाती थी। छात्राओं के आरोप सही मिले हैं। डीएम की ओर से गठित महिला अधिकारियों की कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कस्तूरबा विद्यालय की वार्डेन छात्राओं का उत्पीड़न करती थी। वार्डेन छात्राओं को मारती-पीटती थी। उनसे टॉयलेट साफ करवाती थी। मोहनलालगंज तहसील के खुजौली गांव स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं के आरोप सही मिले हैं। डीएम की ओर से गठित महिला अधिकारियों की कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की है। मंगलवार की देर शाम एडीएम सिविल सप्लाई की अध्यक्षता वाली महिला अधिकारियों की कमेटी ने अपनी रिपोर्ट डीएम विशाख जी को सौंप दी है। डीएम ने आरोपी वार्डेन को बुधवार तक अपना जवाब देने का समय दिया है। अब वार्डेन सुधा यादव की बर्खास्तगी तय है।

अपर जिलाधिकारी नागरिक आपूर्ति ज्योति गौतम की अध्यक्षता वाली कमेटी में अपर नगर मजिस्ट्रेट शिप्रा पाल, एआर कोऑपरेटिव वैशाली सिंह को सदस्य बनाया गया था। मंगलवार को कमेटी एक बार फिर मोहनलालगंज स्थित आवासीय विद्यालय पहुंची। यहां अन्य बिन्दुओं पर भी जांच पड़ताल की। डीएम को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि जरा सी बात पर भी विद्यालय की वार्डेन सुधा यादव छात्राओं को मारती पीटती थीं। उनसे टॉयलेट साफ करवाती थीं। स्कूल में झाड़ू-पोछा लगवाती थीं। इसके अलावा गाड़ियों से रात के समय विद्यालय में बाहरी लोगों के प्रवेश के आरोप की पुष्टि रिपोर्ट में नहीं हुई है।
एडीएम की टीम ने 43 छात्राओं के बयान दर्ज किए हैं। इनमें से किसी ने भी बाहरी लोगों के विद्यालय परिसर में आने की पुष्टि नहीं की। दूसरी ओर इस मामले में विद्यालय की कई छात्राओं के पुलिस ने भी मंगलवार को बयान लिए। इन छात्राओं ने भी प्रताड़ना भरी आपबीती बताई। आरोपी वार्डन सुधा यादव से भी पुलिस ने पूछताछ की है। उसके बाद नोटिस देकर उसे जाने दिया। मामले में पुलिस जल्द चार्जशीट दाखिल करेगी।





