Hindi NewsUP NewsKasturba Vidyalaya warden accused of making girl students clean toilets dismissed; Lucknow DM takes action

छात्राओं से टॉयलेट साफ कराने की आरोपी कस्तूरबा विद्यालय की वार्डन बर्खास्त, डीएम का ऐक्शन

संक्षेप: यूपी की राजधानी लखनऊ में छात्राओं से टॉयलेट साफ कराने की आरोपी कस्तूरबा विद्यालय की वार्डन बर्खास्त कर दिया गया। छात्राओं से टॉयलेट साफ कराने की आरोपी कस्तूरबा विद्यालय की वार्डन पर डीएम ने ऐक्शन लिया है। विद्यालय में दूसरे विद्यालयों से शिक्षिकाओं और वार्डन की तैनाती को भी मंजूरी दे दी गई है। 

Fri, 10 Oct 2025 10:02 AMDeep Pandey लाइव हिन्दुस्तान
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छात्राओं से टॉयलेट साफ कराने की आरोपी कस्तूरबा विद्यालय की वार्डन बर्खास्त, डीएम का ऐक्शन

राजधानी लखनऊ में छात्राओं के आरोप और जांच में पुष्टि के बाद मोहनलालगंज खुजौली स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की वार्डन बर्खास्त कर दी गई हैं। छात्राओं से टॉयलेट साफ कराने की आरोपी वार्डन डीएम ने ऐक्शन लिया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जिलाधिकारी के समक्ष बर्खास्तगी का प्रस्ताव रखा जिसे मंजूरी दे दी गई है। डीएम विशाख जी के अनुसार विद्यालय में दूसरे विद्यालयों से शिक्षिकाओं और वार्डन की तैनाती को भी मंजूरी दे दी गई है। खुजौली स्थित अपर प्राइमरी स्कूल की दो शिक्षिकाओं को तत्काल प्रभाव से केजीबीवी में पद संभालने का निर्देश दिया गया है।

बीएसए राम प्रवेश ने गुरुवार को वार्डन की बर्खास्तगी की फाइल डीएम के सामने पेश की। इसके पूर्व वार्डन सुधा यादव ने बीएसए के समक्ष अपना पक्ष लिखित तौर पर रखा था। बीएसए ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वार्डन सुधा यादव की ओर से अपनी सफाई में कहे गए बिंदु संतोषजनक नहीं पाए गए। दूसरी ओर डीएम ने अपर जिलाधिकारी नागरिक आपूर्ति ज्योति गौतम की अध्यक्षता में अपर नगर मजिस्ट्रेट शिप्रा पाल, एआर कोऑपरेटिव वैशाली सिंह की कमेटी बनाई थी।

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इस कमेटी ने भी 43 छात्राओं के बयान और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर छात्राओं के आरोपों को रिपोर्ट में सही बताया था। इन सभी तथ्यों को देखते हुए वार्डन को बर्खास्त कर दिया गया। वार्डन सुधा यादव पर बर्खास्तगी की तलवार तब लटकी, जब 4 अक्तूबर को मोहनलालगंज तहसील में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस पर कई छात्राएं और उनके अभिभावक सीधे जिलाधिकारी के सामने शिकायत लेकर पहुंचे। छात्राओं ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपकर उत्पीड़न और अमानवीय व्यवहार की शिकायत की।

छात्राओं ने कहा कि वार्डन उनसे टॉयलेट साफ करवाती थीं। हॉस्टल और स्कूल परिसर में झाड़ू-पोंछा लगाने जैसे कार्य लिए जाते थे। मना करने पर वार्डन बुरी तरह पीटती थीं, किसी को बताने की सूरत में विद्यालय से निकाल देने की धमकी देती थीं। इस मामले में जिलाधिकारी के निर्देश पर, खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) ने मोहनलालगंज में वार्डन सुधा यादव के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई है।

मारपीट, उत्पीड़न समेत कई गंभीर आरोप

छात्राओं ने आरोप लगाया कि स्कूल परिसर में झाड़ू-पोंछा लगाने और टॉयलेट साफ करने जैसे काम के लिए मजबूर किया जाता था। वार्डन छोटी-छोटी बातों पर छात्राओं को मारती-पीटती थीं और उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करती थीं, जिससे वे मानसिक रूप से प्रताड़ित थीं। दैनिक उपयोग की आवश्यक वस्तुओं के वितरण में भी भेदभाव और मनमानी बरती जाती थी। छात्राओं को धमकी दी जाती थी कि यदि वे वार्डन के दुर्व्यवहार के बारे में किसी को बताएंगी, तो उन्हें स्कूल से निकाल दिया जाएगा।