ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश कानपुरशहरी विकास सचिव बोले, अच्छा काम हुआ तो कानपुर को ज्यादा मिलेगा पैसा

शहरी विकास सचिव बोले, अच्छा काम हुआ तो कानपुर को ज्यादा मिलेगा पैसा

कानपुर में अगर स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं में अच्छा काम होगा तो विकास के लिए ज्यादा पैसा मिलेगा। लिहाजा हकीकत में काम कीजिए, दिखावा नहीं चलेगा। यह कहना है केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के सचिव दुर्गा...

शहरी विकास सचिव बोले, अच्छा काम हुआ तो कानपुर को ज्यादा मिलेगा पैसा
हिन्दुस्तान टीम,कानपुरMon, 05 Feb 2018 12:42 AM
ऐप पर पढ़ें

कानपुर में अगर स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं में अच्छा काम होगा तो विकास के लिए ज्यादा पैसा मिलेगा। लिहाजा हकीकत में काम कीजिए, दिखावा नहीं चलेगा। यह कहना है केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्र का। वह स्मार्ट सिटी व अमृत योजना की समीक्षा करने यहां आए थे।

सर्किट हाउस में स्मार्ट सिटी, नगर निगम, जल निगम व जलकल के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक में दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि वह कानपुर अक्सर आया करते हैं। पहले और अब के कानपुर में व्यापक बदलाव आया है। पहले वह जब यहां आते थे तो गंदगी का अंबार मिलता था, पब्लिक टॉयलेट तक गंदे थे मगर अब सफाई बहुत दिख रही है। पूरे देश में भ्रमण करने के बाद यही पाया कि कानपुर में अन्य शहरों से ज्यादा बेहतर काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने शहरों में एक और प्रतिस्पर्द्धा शुरू की है जिसमें कामकाज और गुणवत्ता के आधार पर स्टार रेटिंग होगी। जिसकी रेटिंग ज्यादा होगी उस शहर को विकास के लिए ज्यादा धनराशि मिलेगी। कानपुर को सफाई के साथ ही इस प्रतिस्पर्द्धा की दौड़ में शामिल हो जाना चाहिए। स्मार्ट सिटी और अमृत योजना के लिए जो भी परियोजनाएं स्वीकृत हैं और धन मिल चुका है, उसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं चलेगी। जल्द काम शुरू कीजिए। हकीकत में यह काम दिखना चाहिए। बैठक में उन्होंने नगर आयुक्त अविनाश सिंह को कई जिम्मेदारियां सौंपीं। सीडीओ अरुण कुमार, स्वच्छ भारत मिशन के प्रभारी डॉ. पंकज श्रीवास्तव व स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के नोडल अफसर आरके सिंह रहे।

गंगा बैराज से भैरोघाट तक जल्द बिछाएं पाइप लाइन

सचिव ने अफसरों से कहा कि गंगा बैराज से भैरोघाट तक पाइप लाइन बिछाने का काम जल्द किया जाए। इससे पहले जल निगम ने बताया कि बैराज के अप स्ट्रीम से भैरोघाट तक पाइप लाइन बिछ जाने से गर्मियों में पेयजल का संकट नहीं रहेगा। जलकल महाप्रबंधक आरपीएस सलूजा ने सचिव को बताया कि अभी तक गर्मियों में भैरोघाट पर बंधा बनाकर गंगा के पानी को रोकना पड़ता है ताकि पाइप लाइनों के जरिए आसानी से पानी खींचा जा सके मगर यह व्यवस्था अस्थाई है। स्थाई कार्य के लिए टेंडर हो चुके हैं। जल निगम की गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के महाप्रबंधक आरके अग्रवाल ने बताया कि सीसामऊ नाले को मोड़ने का काम हो रहा है। सीवर कनेक्टिविटी का काम भी तेज है।

ई-पाठशाला व चमड़ा कारोबार का भी बने प्रोजेक्ट

दुर्गाशंकर ने कहा कि शहर में जो भी कार्य होंगे उनके भुगतान का शेड्यूल 10 से 15 वर्ष का रखा जाए। आगामी रोड प्रोजेक्ट के अंतर्गत पार्किंग की व्यवस्था उच्च कोटि की प्रस्तावित की जाए। उन्होंने कहा कि कानपुर में चमड़ा उद्योग है तो यहां के चमड़ा कारोबारियों को सम्मिलित करते हुए पीपीपी मॉडल पर प्रोजेक्ट की कार्ययोजना तैयार की जाए। ई-पाठशाला का कार्य विशाखापट्टनम की तर्ज पर हो। स्ट्रीट वेंडर को अत्याधुनिक तरीके से सुव्यवस्थित किया जाए। परियोजनाओं के लिए एचबीटीआई और आईआईटी के विशेषज्ञों से राय ली जाए। उन्होंने मोती झील स्थित कार्यालय में आर्ट गैलरी भी देखी और इसे सराहा। कारगिल पार्क में बने बॉयो टॉयलेट को भी उन्होंने देखा और कहा कि इस तरह के टॉयलेट ऐसे स्थान पर भी बनाए जाएं जहां आम लोग भी देखें।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें