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महंत रमाकांत के षोडस संस्कार में 16 संत ही होंगे

पनकी महंत के उत्तराधिकारी को लेकर चल रही खींचतान के बीच डीएम ने गुरुवार को दोनों पक्षों की पंचायत कराई। उन्होंने कहा कि महंत रमाकांत दास के षोडस संस्कार में 23 मई को केवल 16 संतों के शामिल होने की...

महंत रमाकांत के षोडस संस्कार में 16 संत ही होंगे
हिन्दुस्तान टीम,कानपुरThu, 21 May 2020 10:56 PM
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पनकी महंत के उत्तराधिकारी को लेकर चल रही खींचतान के बीच डीएम ने गुरुवार को दोनों पक्षों की पंचायत कराई। उन्होंने कहा कि महंत रमाकांत दास के षोडस संस्कार में 23 मई को केवल 16 संतों के शामिल होने की इजाजत दी जाएगी। इस बीच गुरुवार को जनार्दन दास ने भी उत्तराधिकार के संबंध में पत्र सौंपा।

गुरुवार को महंत कृष्णदास अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष का पत्र लेकर और आयोजन के संबंध में डीएम से मिलने गए थे। यहीं कुछ देर बाद जितेंद्र दास भी पहुंचे। यहां 23 मई के कार्यक्रम पर चर्चा हुई। मुलाकात करने पहुंचे संतों से डीएम ने 16 संतों की सूची मांगी है। सूची में रामधाम के महामंडलेश्वर अवध किशोर मिश्र, जूही के मुनीशाश्रम महाराज, आनंदेश्वर मंदिर के महंत रमेश पुरी, नवाबगंज आश्रम के दंडी स्वामी उदितानंद ब्रह्मचारी, महंत गौरैयापुर, परमट के महंत चैतन्य गिरी, बड़ा हनुमान मंदिर सरसैया घाट के गोविंद दास, शास्त्रीनगर के बालक दास, बिठूर राम मंदिर के गिरिवर दास, बिठूर लवकुश स्थान के राम हृदय दास, बिठूर नयागंज राम मंदिर के रामगोपाल दास, सिद्धनाथ मंदिर जाजमऊ के अरुण चैतन्य पुरी महाराज, बालाजी आठ महंत, जितेंद्रया स्वामी, दंडी स्वामी भयानंद महाराज शामिल है। भक्त संतोष अग्रवाल सभी संतों का टीकाकरण करेंगे।

महंत नरेंद्र गिरि ने पत्र लिखा

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद इलाहाबाद के महंत नरेंद्र गिरि ने महंत रमाकांत के देह त्याग को संत समाज की क्षति बताई है। उन्होंने पत्र लिखकर कहा है कि कृष्ण दास के नाम रमाकांत महाराज ने उत्तराधिकारी की वसीयत की है। वह ही उत्तराधिकारी हैं। मुजफ्फरनगर के श्रीशिव कल्याण आश्रम के स्वामी गीतानंद गिरि् ने भी कृष्णदास को असली उत्तराधिकारी बताते हुए पत्र लिखा है। महंत कृष्ण दास का कहना है कि षोडस संस्कार में 16 संतों को ही आमंत्रित करा जाएगा। लॉक डाउन खुलने के बाद भंडारा और भोज होगा।

अभी भी सुलग रहा विवाद

उत्तराधिकारी को लेकर विवाद अभी सुलग रहा है। महंत जितेंद्र दास महंत रमाकांत दास के शिष्य बालक राम को असली उत्तराधिकारी ठहरा रहे हैं। महंत कृष्ण दास ही संस्कार कर रहे हैं। उनका दावा है कि महंत उनके नाम वसीयत तक कर गए हैं। एक अन्य शिष्य सुरेंद्र दास ने भी उत्तराधिकारी होने का दावा किया है।

इनका कहना

महंत के षोडस संस्कार के मामले में स्पष्ट आदेश दिया गया है कि 16 संतों को भोजन कराया जाएगा। कोई भी समारोह आयोजित करने की छूट नहीं दी जाएगी। लॉक डाउन व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होगा। संस्कार में शामिल होने वाले संतों के नाम भी आयोजकों ने तय कर लिए हैं। उत्तराधिकारी का विवाद दोनों पक्ष उचित फोरम के माध्यम से हल करेंगे। इस पर सभी ने सहमति जताई है।

-डा. ब्रह्मदेव राम तिवारी, जिलाधिकारी

जनार्दन दास ने भी दावा ठोंका

पनकी मंदिर के उत्तराधिकारी के मामले में एक और नया मोड़ आया है। महंत जितेंद्र दास के भाई जनार्दन दास ने भी दावा पेश कर दिया। जनार्दन दास ने महंत जितेंद्र दास पर ही आरोप लगाते हुए दावेदारी ठोकी है। जनार्दन दास की शिकायत पर डीएम ने जितेंद्र दास व अन्य लोगों को बुलाकर शांति व्यवस्था बनाए रखने को समझाया। उत्तराधिकारी के दावे पर जनार्दन दास न्यायालय तक जाने की तैयारी कर रहे हैं। जनार्दन दास का कहना है कि बाबा भुनवेश्वर ने उन्हें उत्तराधिकारी बनाया था। डीएम ने मामले को न्यायालय से निपटाने की सलाह दी है।

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