कानपुर में गर्मी से फिर इतनी हुईं मौतें, अस्पताल का ऐसा हाल
उमसभरी गर्मी में जनजीवन बेहाल है। तेज धूप और गर्मी के चलते शरीर जवाब देने लगा...

कानपुर। संवाददाता
उमसभरी गर्मी में जनजीवन बेहाल है। तेज धूप और गर्मी के चलते शरीर जवाब देने लगा है। सोमवार को डायरिया और ईलेक्ट्रोलाइट सिस्टम ध्वस्त होने से दो मरीजों की मौत हो गई, जबकि 30 मरीजों की किडनी फेल हो गई। हालात यह है कि हैलट का नेफ्रो वार्ड 17 घंटे में फुल हो गया है। किडनी फेल होने पर 30 और डायरिया-डिहाईड्रेशन के 20 गंभीर मरीजों को भर्ती कराया गया है।
हैलट में सोमवार को किडनी फेल होने से रिकार्ड मरीज भर्ती हुए हैं। 30 मरीजों को किडनी फेल होने पर सघन चिकित्सा में भर्ती किया गया है। डायरिया के बाद किडनी फेल होने से जाजमऊ की सियारानी(69) और कल्याणपुर के हेमंत विश्वास (57) की हैलट में मौत हो गई। हैलट में एक दिन में 766 मरीज सिर्फ मेडिसिन में आए।
आम बना मुसीबत, डिहाइड्रेशन पीड़ितों की भरमार
कानपुर। उमसभरी गर्मी में आम का सेवन भी मुसीबत बनने लगा है। आम को पकाने में इस्तेमाल हो रहा केमिकल या कीटनाशक खतरा बन गया है। ऐसे आमों को खाने से गैस्ट्राइटिश और डिहाइड्रेशन होने की आशंका रहती है। इसलिए डॉक्टरों ने इस समय चुआन के ही आम का सेवन करने की सलाह दी है। छोटे आम ज्यादातर पाउडर और केमिकल से पकाए जा रहे हैं। सोमवार को आम खाने से 7 मरीजों को भर्ती कराया गया है। सभी को डायबिटीज भी रही है। डॉक्टरों की मानें तो आम को पकाने में प्रयोग हो रहा केमिकल ही ही आंतों और लिवर के लिए नुकसानदेह साबित हो रहा है।
