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आईआईटी कानपुर में 75 करोड़ से बनाया जाएगा रिसर्च पार्क

आईआईटी कानपुर में 75 करोड़ की लागत से साइंस एंड टेक्नोलॉजी रिसर्च पार्क बनाया जाएगा। नए साल के पहले दिन ही मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने यह बजट स्वीकृत कर दिया है। बजट की पहली किस्त पांच करोड़...

आईआईटी कानपुर में 75 करोड़ से बनाया जाएगा रिसर्च पार्क
हिन्दुस्तान टीम,कानपुरWed, 03 Jan 2018 11:20 PM
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आईआईटी कानपुर में 75 करोड़ की लागत से साइंस एंड टेक्नोलॉजी रिसर्च पार्क बनाया जाएगा। नए साल के पहले दिन ही मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने यह बजट स्वीकृत कर दिया है। बजट की पहली किस्त पांच करोड़ संस्थान को मिल गई है। मंत्रालय ने आईआईटी कानपुर के अलावा आईआईटी दिल्ली, आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी हैदराबाद और आईआईएससी बैंगलुरू में भी पार्क के लिए 75-75 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है। इस पार्क की मदद से अन्य शैक्षिक संस्थानों, शोध संस्थानों को रिसर्च के लिए प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जाएगा।

आईआईटी कानपुर में साइंस एंड टेक्नोलॉजी रिसर्च पार्क पिछले दो साल से प्रस्तावित था। एक जनवरी 2018 को मंत्रालय ने बजट पास कर दिया है। जल्द ही पार्क का निर्माण शुरू हो जाएगा। पार्क बनने में करीब दो से तीन साल का समय लगेगा। इस पार्क से संस्थान के छात्रों के लिए बेहतर प्लेसमेंट का ऑफर मिलेगा तो अन्य कंपनियों को शोध के लिए एक प्लेटफार्म। रिसर्च पार्क का सेटेलाइट सेंटर आईआईटी के नोएडा कैम्पस में स्थापित किया जाएगा। इसका निर्माण कार्य चल रहा है।

रिसर्च पार्क में लैबोरेटरी, लाइब्रेरी, टेक्नोलॉजी और डेवलपमेंट से संबंधित हर वह सुविधा होगी जो बड़ी कंपनियों के प्रोडक्ट रिसर्च में मददगार साबित हो सकती है। सिडबी की मदद से रिसर्च पार्क को उद्यमिता का बड़ा सेंटर बनाया जाएगा। यहां सरकारी और गैर सरकारी कंपनियों को भी रिसर्च की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस सुविधा का आईआईटी शुल्क भी वसूलेगा। इसका सबसे बड़ा फायदा छात्रों को मिलेगा। जो कंपनियां प्रोडक्ट के रिसर्च के लिए आएंगी, वे इन छात्रों के साथ काम करेंगी। इससे वे कंपनियां छात्रों को सीधा जॉब का ऑफर दे सकती हैं।

आईआईटी के कार्यवाहक निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने कहा, आईआईटी में साइंस एंड टेक्नोलॉजी रिसर्च पार्क बनने के लिए मंत्रालय ने बजट स्वीकृत कर दिया है। 75 करोड़ के बजट में पांच करोड़ रुपये की पहली किस्त भी संस्थान को मिल गई है। जल्द ही पार्क का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। उम्मीद है कि दो साल में पार्क बनकर पूरी तरह तैयार हो जाएगा। संस्थान नोएडा में इसका सेटेलाइट सेंटर भी तैयार करा रहा है। रिसर्च पार्क बनने से सरकारी व गैर सरकारी कंपनियों के साथ-साथ छात्रों को सीधा लाभ होगा।

दो साल पहले हुआ था शिलान्यास : आईआईटी कानपुर में साइंस एंड टेक्नोलॉजी रिसर्च पार्क बनने का प्रस्ताव दो साल पुराना है। वर्ष 2016 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव विनयशील ओबेराय आए थे और उनका इसका शिलान्यास किया था। इस पार्क के लिए मंत्रालय ने 70 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित किया था।

आठ संस्थानों के पास होंगे अपने रिसर्च पार्क : केंद्र सरकार शोध को लगातार बढ़ावा दे रही है। जल्द ही आठ संस्थानों के पास अपने रिसर्च पार्क होंगे। आईआईटी बाम्बे और आईआईटी खड़गपुर में रिसर्च पार्क पास हो चुका है। इसके लिए मंत्रालय ने 100-100 करोड़ रुपये का बजट पास किया है। एक जनवरी 2018 को पांच अन्य आईआईटी में रिसर्च पार्क के लिए भी मंत्रालय ने 75-75 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है। इस बजट से आईआईटी कानपुर, आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी हैदराबाद, आईआईटी दिल्ली और आईआईएससी बैंगलुरू में रिसर्च पार्क बनेगा। आईआईटी गांधी नगर में रिसर्च पार्क के लिए डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने 90 करोड़ रुपये का बजट दिया है।

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