रक्षाबंधन: उत्साह से लबरेज बहन-भाई, लंबे समय बाद ये रुत आई
कोरोना महामारी का असर 2020 से सभी त्योहारों की तरह ही रक्षाबंधन पर दिख रहा था पर इस बार रुत बदली-बदली सी थी। सुबह से ही बहनों के घर जाते भाई और...
कोरोना महामारी का असर 2020 से सभी त्योहारों की तरह ही रक्षाबंधन पर दिख रहा था पर इस बार रुत बदली-बदली सी थी। सुबह से ही बहनों के घर जाते भाई और मायके का रुख करतीं बहनों का उत्साह देखते ही बन रहा था। घरों में बहन-भाइयों की नोकझोंक भी खूब होती रही। इन सबके बीच बहनों ने भाइयों को टीका कर आरती उतार रक्षा सूत्र बांधा तो भाई भी उपहारों से नवाजने में पीछे नहीं रहे।
एक ही शहर में रहने वाले विवाहित भाई-बहन के एक-दूसरे के घर आने-जाने का सिलसिला सुबह ही शुरू हो गया। बाइकों, कारों के साथ ही ऑटो, टेम्पो और ई-रिक्शा पर सवार होकर राखी बांधने और बंधवाने के लिए चल दिए। लंबे समय बाद त्योहार पर ये हलचल नजर आई। इसके बीच बिरहानारोड, जनरलगंज, गुमटी, पीरोड, गोविंदनगर, किदवईनगर, स्वरूपनगर, आर्यनगर समेत शहर के पुराने व नए मोहल्लों में मिठाइयों व राखियों की खरीदारी भी चलती रही। घरों में बने व्यंजनों की खुशबू तैरती रही। दूर बसे भाई-बहन के घर जाने वाले ज्यादातर लोग पहले ही जा चुके थे। हालांकि, आस-पास के क्षेत्रों और जिलों को जाने के लिए शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में लोग सेंट्रल स्टेशन और बस अड्डे पहुंचे। यह उत्साह इसलिए भी खास हो जाता है कि भद्रा की ऊहापोह में रक्षाबंधन दो दिन मनाया गया।
आजादी के रंग में रंगा रक्षाबंधन
छोटी बहनों ने भाइयों को मिठाई की जगह गिफ्ट हैम्पर दिए तो भाइयों ने भी रिटर्न गिफ्ट दिए। कई बहनों ने भाइयों को तिरंगी डिजाइनर राखियां बांधीं।