रेलवे – पांच महीने पकड़े गए गिरोह से जुड़े हो सकते तार
जीआरपी ने ठग गिरोह की दोबारा से जांच शुरू कीसेंट्रल पर फिर गिरफ्तार हुए फर्जी टीसी के बाद जांच शुरूकानपुर। प्रमुख संवाददातासेंट्रल स्टेशन पर फर्जी तरह से नौकरी दिलाने के नाम पर पांच महीने पहले पकड़े...
जीआरपी ने ठग गिरोह की दोबारा से जांच शुरू की
सेंट्रल पर फिर गिरफ्तार हुए फर्जी टीसी के बाद जांच शुरू
कानपुर। प्रमुख संवाददाता
सेंट्रल स्टेशन पर फर्जी तरह से नौकरी दिलाने के नाम पर पांच महीने पहले पकड़े गए ठग गिरोह के सदस्यों की जन्मकुंडली फिर से जीआरपी ने खंगालना शुरू कर दिया है। इसकी वजह यह है कि बीती शनिवार की रात एक और फर्जी टीसी कानपुर सेंट्रल पर चेकिंग दल ने पकड़ा है। फर्जी टीसी शहबाज को पुलिस रिमांड पर लेने की जुगत में सक्रिय हो गई है।
शनिवार और रविवार की रात लगभग 1 बजे प्लेटफार्म नंबर सात पर खड़ी आम्रपाली एक्सप्रेस के जनरल कोच में टीसी अनिल दुबे और वी सोनकर चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान एक संदिग्ध युवक गले में रेलवे का आईकार्ड डाले था और वह भी यात्रियों से टिकट मांग रहा था। आशंका पर चेकिंग दल ने पकड़ जीआरपी को सौंप दिया। जीआरपी प्रभारी आरके द्विवेदी ने बताया कि पकड़े गए फर्जी टीसी ने कई चीजें कबूली हैं। पता हो कि कानपुर सेंट्रल पर पांच महीने पहले 9 जून को 16 लोगों को फर्जी तरह से स्टेशन पर नौकरी करते हुए पकड़ा था। बाद में ठग गिरोह के सात और सदस्यों को पकड़ा जा चुका है। इस कारण पुलिस पूर्व में फर्जी तरह नौकरी दिलाने वाले ठग गिरोह के सदस्यों के बारे में जानकारी करना आरंभ कर दिया है। शहबाज के ठग गिरोह के किसी सदस्य के झांसें में तो नहीं फंसा है। जरूरत महसूस होने पर शहबाज को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।