कानपुर के जू में जानवरों के लिए नौ पिंजरों में बनेगा क्वारंटीन सेंटर
कानपुर चिड़ियाघर में इन दिनों 12 सीसीटीवी कैमरों से बिल्ली प्रजातियों के जानवरों पर नजर रखी जा रही है। यदि शेर, बाघ, तेंदुआ आदि में किसी को खांसी या असहज लक्षण दिखाई दिए तो उन्हें क्वारंटीन कर दिया...
कानपुर चिड़ियाघर में इन दिनों 12 सीसीटीवी कैमरों से बिल्ली प्रजातियों के जानवरों पर नजर रखी जा रही है। यदि शेर, बाघ, तेंदुआ आदि में किसी को खांसी या असहज लक्षण दिखाई दिए तो उन्हें क्वारंटीन कर दिया जाएगा। ये जानकारी वरिष्ठ डॉक्टर यूसी श्रीवास्तव ने दी।
उन्होंने बताया कि सेंट्रल जू अथॉरिटी की ओर से निर्देश मिले हैं कि आपातकाल की स्थिति के लिए तैयार रहें। ऐसे में हम पूरी तरह से कैमरों से जानवरों की हर हरकत को देख रहे है। यदि कुछ भी बदलाव मिलता है तो तुरंत उनका इलाज किया जाएगा।
सफारी में नौ संस्थानों को क्वारंटीन के लिए चुना गया
डॉ. यूसी श्रीवास्तव ने कहा कि चिड़ियाघर में जंगल सफारी में नौ स्थानों को क्वारंटीन के लिए चुना गया है। साथ ही नौ पिंजरों को तैयार किया जा रहा है, ताकि जानवरों को रख सकें।
ये है बिल्ली प्रजाति के जानवर
डॉ. आरके सिंह के अनुसार कानपुर चिड़ियाघर में बिल्ली प्रजाति के जानवरों में जंगल कैट, लैपड कैट, तेंदुए, बाघ और शेर आते है। इनके इलाज के लिए हर सामग्री भी पहले से उपलब्ध करवा ली गई है।