गर्मी से पोस्ट कोविड मरीजों की फूलने लगी सांस
हैलट इमरजेंसी और ओपीडी में आ रहे सांस की शिकायत वाले मरीज कानपुर। वरिष्ठ...
भीषण गर्मी से पोस्ट कोविड मरीजों की दिक्कतें बढ़ गईं। ऐसे मरीज जो कोमार्विड हैं और सांस सम्बंधी तकलीफ कम नहीं हुई है उनके लिए गर्मी आफत बन गई है। हैलट ओपीडी में सांस फूलने की शिकायत वाले मरीज आए हैं। इमरजेंसी में सात पोस्ट कोविड मरीज सांस की तकलीफ की वजह से भर्ती कराए गए हैं।
मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. एसके गौतम के मुताबिक इस गर्मी में शरीर से पसीने के साथ सोडियम अधिक निकल रहा है। इससे शरीर की मांसपेशियां खासतौर से सांस की नलियों की मांसपेशियां भी प्रभावित होती हैं। वह शिथिल पड़ने लगती हैं। उन मरीजों को जो आईसीयू से ठीक होकर निकले हैं उनकी सांस की नलियां पहले से कमजोर हैं। नतीजे में सांस लेने की क्षमता पर असर पड़ जाता है। ऐसे में उन रोगियों को जो डायबिटीज रोगी या ब्लड प्रेशर के मरीज नहीं हैं उन्हें ओआरएस घोल लेना चाहिए। जो ओआरएस का घोल नहीं ले सकते हैं उनहें नीबू पानी शिंकजी से शरीर में पानी की मात्रा बनाए रखनी चाहिए। अगर शरीर से पानी का नुकसान अधिक होगा तो कई तरह के इंफेक्शन के चांस भी बन जाते हैं। पोस्ट कोविड मरीजों की इम्युनिटी पहले से कम है और दूसरा संक्रमण हुआ तो गम्भीर हो सकते हैं।