गुरु पूरब पर सिर्फ निकलेंगी प्रभात फेरियां
गुरु नानक देवजी के प्रकाशोत्सव पर इस बार भी नगर कीर्तन नहीं निकाला जाएगा।...
गुरु नानक देवजी के प्रकाशोत्सव पर इस बार भी नगर कीर्तन नहीं निकाला जाएगा। गुरुद्वारों से प्रभात फेरियां निकाली जाती रहेंगी पर मोतीझील में होने वाले तीन दिवसीय समारोह का आयोजन होगा। इसकी शुरुआत 17 नवंबर से होगी।
शहर में सिखों की शीर्ष संस्था श्री गुरु सिंह सभा, लाटूश रोड गुरु पर्व के तीन दिवसीय समारोह के पहले दिन गुरुद्वारा लाटूश रोड से नगर कीर्तन निकालती है। इसमें स्कूली बच्चों के अलावा गतका आदि का प्रदर्शन करने वाली टीमें भी रहती हैं। साथ में फूलों से सजी गुरु महाराज की पालकी होती है।
नगर कीर्तन की अनुमति नहीं
कोविड गाइड लाइन के अनुसार, फिलहाल नगर कीर्तन की अनुमति नहीं है। श्री गुरु सिंह सभा ने स्पष्ट किया कि अगर प्रशासन इसकी अनुमति देता है तो ही नगर कीर्तन निकाला जा सकता है। इस पर अंतिम रूप से फैसला नवंबर के दूसरे सप्ताह में प्रशासन के साथ वार्ता के बाद लिया जाएगा।
प्रभात फेरियां निकालेंगे
गुरु पूरब के अवसर पर गुरुद्वारों से प्रभात फेरियां निकालने की परंपरा है। ये फेरियां अलग-अलग गुरुद्वारों से निकाली जाती रहेंगी और संगत को संदेश दिया जाता रहेगा।
मोतीझील में सजेगा दीवान
श्री गुरु सिंह सभा के प्रधान सरदार हरविंदर सिंह लार्ड ने बताया कि 17 से 19 तक मोतीझील में दीवान सजेगा। यहां देश के नामी रागी जत्थे सुबह और शाम के दीवान में शबद-कीर्तन से संगत को निहाल करेंगे। अंतिम दिन लंगर की व्यवस्था है। कोविड प्रोटोकॉल के तहत संगत लंगर छकेगी।