एक पखवाड़े में दिखने लगेगा शिक्षकों का अंशदान
माध्यमिक शिक्षक एक पखवाड़े के अंदर नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) में अपना और सरकार की ओर से किया गया अंशदान देख सकेंगे। इससे संबंधित सॉफ्टवेयर आ गया है और अंशदान की फीडिंग भी शुरू कर दी गई है। जिला...
माध्यमिक शिक्षक एक पखवाड़े के अंदर नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) में अपना और सरकार की ओर से किया गया अंशदान देख सकेंगे। इससे संबंधित सॉफ्टवेयर आ गया है और अंशदान की फीडिंग भी शुरू कर दी गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक सतीश कुमार तिवारी ने इसकी पुष्टि की है।
प्रदेश भर में एक अप्रैल 2005 के बाद से नियुक्त शिक्षकों के वेतन से काटे गए 300 करोड़ और सरकारी अंशदान के 200 करोड़ का पता नहीं चल रहा था। ‘हिन्दुस्तान ने इसका खुलासा किया तो शिक्षक नेताओं ने सीएम योगी आदित्यानाथ और डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा को ट्वीट कर मामले की जानकारी दी। इसके बाद डिप्टी सीएम ने नई पेंशन स्कीम में आ रही दिक्कतों को दूर करने के निर्देश दिए थे।
12 साल से ‘खाली हाथ : अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों को नई पेंशन योजना में शामिल किया गया है। इसके अन्तर्गत 10 फीसदी राशि शिक्षकों के वेतन से और 10 फीसदी सरकारी अंशदान से काटी जाएगी। पांच साल बाद कटौती की शुरुआत हुई। सरकारी अंशदान भी आया। इसके बावजूद शिक्षकों के पेंशन खातों में अंशदान दिख नहीं रहा है।
विसंगतियां भी दूर होंगी : उप मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के सामने नई पेंशन स्कीम से जुड़ी कुछ और समस्याएं शिक्षकों ने रखी थीं, जिन्हें दूर करने का वादा किया गया है। इनमें नवीन पेंशन योजना का धन शेयर मार्केट में लगाने का मुद्दा, पेंशन सरकार नहीं, बल्कि बीमा कंपनी के देने का मुद्दा, महंगाई या वेतन आयोग का पेंशन में कोई लाभ नहीं होना और नई पेंशन योजना का अनिवार्य न होना शामिल हैं।