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बच्चों की काबिलियत से मिलेगा मास्साब को प्रमोशन

परिषदीय स्कूलों के बच्चों की योग्यता अब शिक्षकों का भविष्य तय करेगी। नए शैक्षिक सत्र से कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों की हिंदी व गणित विषय का एससीईआरटी व यूनीसेफ और अन्य संस्थाओं द्वारा फाउंडेशन लर्निग...

बच्चों की काबिलियत से मिलेगा मास्साब को प्रमोशन
हिन्दुस्तान टीम,कानपुरThu, 12 Mar 2020 10:44 PM
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परिषदीय स्कूलों के बच्चों की योग्यता अब शिक्षकों का भविष्य तय करेगी। नए शैक्षिक सत्र से कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों की हिंदी व गणित विषय का एससीईआरटी व यूनीसेफ और अन्य संस्थाओं द्वारा फाउंडेशन लर्निग गोल्स( सिलेबस) तैयार किया गया है। इसी के आधार पर शिक्षकों को बच्चों की विषय वार तैयारी करानी होगी। विभाग द्वारा निर्धारित दक्षता योग्यता प्राप्त नहीं करने पर इसे शिक्षकों की उदासीनता माना जाएगा। विभाग ने लर्निग आउटकम के आधार पर ही शिक्षकों की वेतन वृद्धि व प्रमोशन के आदि करने की तैयारी की है। बच्चों की दक्षता परखने के लिए विभाग से इतर अन्य संस्थाओं के जरिए मूल्यांकन कराने का निर्णय लिया है। नए शैक्षिक सत्र से पाठ्य-पुस्तकों में बदलाव के साथ सिलेबस का बदलाव भी नजर आने लगेगा। किताबों का रंग ही नही बदलेगा बल्कि पठन-पाठन का माहौल भी बदला नजर आएगा। दक्षता परीक्षा परिणामों से ही पंजीकृत स्कूली बच्चों,स्कूल व शिक्षकों का ग्रेड तय होगा। इस ग्रेडिग से ही शिक्षकों की वेतन वृद्धि व स्कूल की बेहतरी तय होगी। स्कूली शिक्षा महानिदेशक ने गुरुवार को बैठक के बाद सभी जनपदों के बीएसए को निर्देश जारी कर नए सत्र की शुरुआत से पहले ही तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए है। कक्षा 1 के बच्चों को आदर्श कहानियों,कविताओं को सुनकर समझना। परिवेश से जुड़े शब्दों,चीजों और जानवरों व उनके नामों की जानकारी आदि। कक्षा 2 के लिए तीन वर्ण या अक्षरों से बने शब्दों को पढ़ना, स्वयं की राय सोच विचारों को व्यक्त करना, संरचनाबद्ध लेखन,चित्र देखकर दो तीन वाक्य लिखना। कक्षा तीन के बच्चों के लिए 100 से 70 शब्द से बने पाठ्य को बिना अटके पढ़ना। घटनाओं को सही क्रम व सही अंत में प्रकट करना,दो तीन वाक्यों में जवाब लिखना। कक्षा 4 के लिए संज्ञा,सर्वनाम क्रिया का उपयोग आने के साथ मुहावरों पर्यायवाची की जानकारी। कक्षा 5 के लिए निर्बाध रुप से पाठ पढ़ना,भाषण व बात को सुनकर उस पर तर्क करना,बिन बाधा के बात रखना व संवाद करना,दो या अधिक पाठ्यांशों के आधार पर उनका निष्कर्ष निकालना आदि।

कक्षा 1 के बच्चों को 1 से 99 तक की संख्याओं की जानकारी व लिखने का ज्ञान होना चाहिए। दी गई संख्याओं के मध्य रिक्त स्थानों की पूर्ति करना,1 से 50 तक की संख्याओं के इकाई-दहाई की जानकारी,1 से 9 तक संख्याओं का जोड़ व घटाना करने की दक्षता। कक्षा 2 के बच्चों के लिए 1 से 999 तक संख्याओं की पहचान,उनके घटते व बढ़तें क्रम की जानकारी। 1 से 100 तक इकाई दहाई की जानकारी। सीधी रेखा,गोला त्रिभुज,चतुर्भुज की जानकारी,कक्षा तीन के लिए सम और विषम संख्याओं का ज्ञान,समतल,सपाट,गोलाकार,आयताकार,वर्गाकार वस्तुओं की जानकारी। तीन अंकों में जोड़ना व घटाना के साथ पैसों से संबधित जोड़-घटाना व घड़ी देखकर समय बताने की दक्षता जरुरी है। कक्षा 4 के लिए 6 अंकों की संख्याओं की पहचान,जोड़-घटाना,मिनट,सेकेंड की समझ। कैलेडर पढ़ना,साल के दिन,माह तारीखों का ज्ञान। कक्षा 5 के बच्चों के लिए 8 अंकों की संख्याओं की पहचान, एक लाख तक के अंकों का जोड़-घटाना,भिन्न अंकों का गुणा-भाग,लंबाई चौड़ाई का ज्ञान,कोणों का ज्ञान,बस रेलवे स्टेशन की समय सारिणी को समझने की दक्षता के साथ वर्ग आलेख,चित्र आलेख सहित तालिका को पढ़ने की योग्यता होनी चाहिए। इसी आधार पर स्कूली शिक्षा महानिदेशक ने सभी तैयारियों को पूरा करने के निर्देश दिए है। सत्र के शुभारंभ से पहले विभाग पूरी तैयारियों को परखने के लिए विषय विशेषज्ञों से विचार-विमर्श कर रहा है।

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