शादी अनुदान की जांच लटकी, बयान देने से बच रहे एसडीएम
बर्रा में फर्जी दस्तावेज तैयार कर शादी अनुदान का आवेदन करने के मामले की जांच एसडीएम के बयान न देने से लटकी हुई है। विवेचक ने कई बार फोन से उनसे...
कानपुर दक्षिण। संवाददाता
बर्रा में फर्जी दस्तावेज तैयार कर शादी अनुदान का आवेदन करने के मामले की जांच एसडीएम के बयान न देने से लटकी हुई है। विवेचक ने कई बार फोन से उनसे संपर्क किया, लेकिन वह बयान देने से कतराते रहे। मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया।
बर्रा आठ निवासी प्रदीप कुमार और उनकी पत्नी रजनी शर्मा ने अलग-अलग दो बेटियों के लिए समाज कल्याण विभाग में शादी अनुदान के लिए आवेदन किया था। रुपये मिलने से पहले ही इसकी जांच शुरू हो गई। विभागीय जांच में दोनों आवेदन फर्जी निकलने पर विभाग के सुपरवाइजर ने दोनों के खिलाफ फरवरी में धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई थी। मामले की जांच बर्रा थाने के एक एसआई कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस मामले में तत्कालीन एसडीएम वरुण पांडेय की भूमिका को लेकर उनके बयान भी लेने हैं। फोन पर कई बार संपर्क करने के बाद भी उन्होंने मिलने का समय तक नहीं दिया, जिससे शादी अनुदान की जांच अब तक लटकी हुई है। विवेचक ने बताया कि उन्होंने एसडीएम से यहां तक कहा कि वह खुद उनके बताए स्थान पर आकर बयान दर्ज कर लेंगे, लेकिन वह इससे कतराते रहे।