कानपुर यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में छात्रा ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में बताई वजह
सीएसजेएमयू कैंपस स्थित गर्ल्स हॉस्टल में बीएससी बायोटेक फर्स्ट इयर की छात्रा ने अपने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। मंगलवार देर शाम हॉस्टल में उसका शव लटकता पाया गया। फोरेसिक टीम की जांच में कमरे से...
सीएसजेएमयू कैंपस स्थित गर्ल्स हॉस्टल में बीएससी बायोटेक फर्स्ट इयर की छात्रा ने अपने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। मंगलवार देर शाम हॉस्टल में उसका शव लटकता पाया गया। फोरेसिक टीम की जांच में कमरे से सुसाइड नोट ब रामद हुआ है। इसमें उसने बीएससी में बैक पेपर परीक्षा क्लीयर नहीं कर पाने के कारण तनाव की बात लिखी है। कल्याणपुर पुलिस ने पंचनामा भर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मुजफ्फरपुर के ब्रह्मापुरा न्यू कॉलोनी निवासी इंजीनियर दिवाकर मूर्ति झा एनएचएआई के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट में तैनात हैं। इन दिनों उनकी तैनाती कन्नौज में है। उनकी बेटी अलंकृति कश्यप (19) सीएसजेएमयू से बीएससी बायोटेक फर्स्ट इयर की छात्रा थी। अलंकृति कावेरी गर्ल्स हॉस्टल के द्वितीय तल स्थित 303 नम्बर कमरे में सेकेंड इयर की छात्रा सांभवी के साथ रह रही थी। मंगलवार शाम सांभवी वाटरकूलर से पानी लेने गई थी। कुछ देर बाद पानी लेकर लौटी सांभवी ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद पाया। कई बार दरवाजा खटखटाने के बावजूद अंदर से कोई प्रतिक्रिया न आने पर सांभवी ने हॉस्टल वार्डन वारसी सिंह को मोबाइल पर सूचना दी। वार्डन ने हॉस्टल अटेडेंड ज्योति को भेजा। हॉस्टल स्टॉफ ने कुर्सी लगाकर कमरे के रोशनदान से झांका तो अलंकृति अपने दुपट्टे के सहारे पंखे से झूल रही थी। वार्डन ने पुलिस को सूचना दी।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड शव को उतारा। कल्याणपुर सीओ राजेश कुमार पांडेय फॉरेसिंक टीम के साथ मौके पर पहुंचे और कमरे की जांच कराई। जांच में सुसाइड नोट मिला। इसमें छात्रा ने खुदकुशी की वजह डिप्रेशन लिखा था। कल्याणपुर इंस्पेक्टर सतीश कुमार सिंह ने बताया कि मृतका की बीएससी में एक साल की बैक लग गई थी। इसको लेकर वह तनाव में चल रही थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
सुबह से ही गुमसुम थी छात्रा-
छात्रा की रूम पार्टनर सांभवी ने बताया कि अलंकृति सुबह से ही तनाव में थी। मंगलवार को मृतका विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भी नहीं गई थी। अलंकृति ने अपने तनाव को लेकर किसी से कभी कोई चर्चा भी नहीं की थी।
खुशनुमा माहौल मातम में बदला-
विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह का दिन होने के चलते हर जगह रंग बिरंगी लाइटों की सजावट कराई गई थी। शाम को ही अलंकृति के सुसाइड की सूचना मिलते ही खुशनुमा माहौल मातम में बदल गया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कैम्पस में सजी रंग बिरंगी लाइटें शोक में बंद करा दी।