धोखाधड़ी की विवेचना में खेल करने पर दरोगा लाइन हाजिर
धोखाधड़ी की एफआईआर में विवेचना करने वाले सरसैया घाट चौकी इंचार्ज ने खेल कर दिया। न सिर्फ विवेचना में लापरवाही बरती, बल्कि आरोपितों को भी गिरफ्तार...
धोखाधड़ी की एफआईआर में विवेचना करने वाले सरसैया घाट चौकी इंचार्ज ने खेल कर दिया। न सिर्फ विवेचना में लापरवाही बरती, बल्कि आरोपितों को भी गिरफ्तार करने का प्रयास नहीं किया। ज्वाइंट सीपी ने समीक्षा की तो खुलासा हो गय। उनके निर्देश पर डीसीपी ईस्ट ने चौकी इंचार्ज को छह माह के लिए लाइन हाजिर कर दिया।
तीन फरवरी 2022 को रामेश्वरम अपार्टमेंट सिविल लाइंस निवासी ऋतिका थापर ने माल रोड निवासी संजय डायस, उनकी पत्नी प्रीति डायस, ए ब्लॉक विष्णुपुरी निवासी धीरज थापर और गोपेश साहू के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी सरकारी दस्तावेज बनाने प्रयोग करने, जान से मारने की धमकी और षड्यंत्र रचने की धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई थी। रिपोर्ट के मुताबिक पीड़िता ने अपना धन देकर प्रिसाइडा वेलनेस प्राइवेट लिमिटेड के दस प्रतिशत शेयर खरीदे थे जिसके बाद वह कंपनी में निदेशक के तौर पर काम कर रही थीं। उन्हें डायरेक्टर के तौर पर 1.19 लाख रुपये वेतन मिल रहा था। आरोपितों ने कूटरचित दस्तावेज बनाकर उन्हें एडीशनल डायरेक्टर दिखाते हुए बोर्ड से निकाल दिया और फरवरी 2021 से उनके वेतन के 14.36 लाख रुपये भी हड़प लिए। उन्होंने जब फोन पर इस मामले में बात की तो उन्हें व उनके बच्चों को जान से मारने की धमकी दी गई।
विवेचना कोतवाली में तैनात एसआई त्रिवेणी दत्त पांडेय को सौंपी गई थी। उसके बाद वह ट्रांसफर होकर सरसैया घाट चौकी इंचार्ज सत्येन्द्र सिंह के पास पहुंची। चौकी इंचार्ज ने कोई कार्रवाई नहीं की। 18 बिंदुओं वाली समीक्षा में दरोगा की पोल खुल गई। डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार के मुताबिक चौकी इंचार्ज ने लापरवाही की है।