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बत्ती गुल होने पर राष्ट्रपति की पौत्री ने किया फोन तब आई बिजली

टीवी पर बाबा का शपथग्रहण देखने के दौरान बिजली गायब होने पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की पौत्रियों का सब्र टूट गया। उन्होंने फोन कर केस्को के अफसरों से साफ कहा कि अगर जल्दी ही लाइट नहीं आई तो बाबा से...

बत्ती गुल होने पर राष्ट्रपति की पौत्री ने किया फोन तब आई बिजली
अभिषेक सिंह,कानपुरWed, 26 Jul 2017 02:36 AM
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टीवी पर बाबा का शपथग्रहण देखने के दौरान बिजली गायब होने पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की पौत्रियों का सब्र टूट गया। उन्होंने फोन कर केस्को के अफसरों से साफ कहा कि अगर जल्दी ही लाइट नहीं आई तो बाबा से शिकायत कर देंगे। इस पर घंटों से गुल बिजली थोड़ी ही देर में आ गई। रावतपुर स्थित ऑफिसर्स कॉलोनी में रहने वाले कोविंद के भांजे श्याम बाबू अपनी पत्नी मनोरमा के साथ मामा के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने दिल्ली गए हैं। घर पर उनकी दोनों बेटियां व महामहिम की लाडली पौत्री प्रतिभा व गायत्री रह गईं। प्रतिभा ने बताया कि बड़ा परिवार होने के कारण बाबा सभी को नहीं बुला पाए, फिर भी परिवार से करीब 24 लोग गए हैं।
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'हिन्दुस्तान' से बातचीत में बोली, वह और उसकी छोटी बहन गायत्री सुबह जल्दी उठकर तैयार हो गईं। नाश्ता भी बनाकर रख लिया। उनका समय नहीं कट रहा था, बस इंतजार था तो उस वक्त का जब बाबा देश के सर्वोच्च नागरिक पर की शपथ लेंगे। सुबह छह बजे ही टीवी खोल कर बाबा के शपथ लेने का इंतजार करने लगीं। इसी बीच साढ़े सात बजे लाइट चली गई तो उनकी सांसें अटक गईं। सोचा कि थोड़ी देर में आ जाएगी। नौ बजे तक जब बत्ती नहीं आई तो गायत्री ने बिजली विभाग के अधिकारी को फोन किया। मालूम पड़ा कि फॉल्ट हुआ है और उसे ठीक किया जा रहा है। दस बजे भी जब लाइट नहीं आई तो गायत्री ने फिर फोन किया। जवाब फिर इंतजार करने का दिया गया। जैसे-जैसे घड़ी की सुइयां 11 बजे के करीब पहुंच रही थीं दोनों बहनों की आंखों में आंसू आने लगे। जैसे-जैसे समय बीत रहा था, धड़कनें भी बढ़ती जा रही थीं कि वे कार्यक्रम देख भी पाएंगी या नहीं। साढ़े दस बजे फिर केस्को अफसर को फोन किया तो अधिकारियों ने गोलमोल सा जवाब दिया। आखिरकार दोनों को लगा कि अब वे बाबा का शपथ ग्रहण नहीं देख पाएंगी तो भावुक होकर रोने लगीं। करीब दस मिनट बाद झुंझलाई गायत्री ने फिर फोन किया और अधिकारी से कहा कि वे राष्ट्रपति की पौत्री बोल रही हैं और उसे बाबा का शपथ ग्रहण देखना है। अगर नहीं देख पाई तो बाबा से शिकायत करेंगे। यह कहकर फोन काट दिया। प्रतिभा ने बताया कि इसके दस मिनट बाद ही लाइट आ गई तो हमारी जान में जान आई। इसके बाद पूरा समारोह टीवी पर इत्मिनान से देखा।

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