सुविधाओं में इजाफा: 107 वेंटीलेटर जुटाए, 900 बेड क्वारंटीन के अलग
कोरोना के खौफ के बीच स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूरी तरह तैयारी कर ली गई है। मरीजों के लिए 107 वेंटीलेटर और लगभग 900 क्वारंटीन बेड विभिन्न संस्स्थानों में लगाए गए हैं। आइसोलेशन बेड की संख्या 500 करने...
कोरोना के खौफ के बीच स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूरी तरह तैयारी कर ली गई है। मरीजों के लिए 107 वेंटीलेटर और लगभग 900 क्वारंटीन बेड विभिन्न संस्स्थानों में लगाए गए हैं। आइसोलेशन बेड की संख्या 500 करने की तैयारी है। यह क्वारंटीन स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में चल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी क्वारंटीन के लिए बड़े गेस्ट हाउसों को भी खंगाल रहे हैं। नर्सिंग होमों को आइसोलेशन बेड के लिए लिया जाएगा। जरूरत पड़ी तो नर्सिंग होमों के संसाधनों के साथ वहां के डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की भी सेवाएं ली जा सकती हैं। अधिकारियों के मुताबिक अब संभावित संक्रमित लोगों को सरकारी देखरेख में ही क्वारंटीन किए जाने की तैयारी है क्योंकि लोग सेल्फ क्वारंटीन में नियमों का सही पालन नहीं कर रहे हैं। इसलिए संस्थागत बेडों की संख्या बढ़ाई जा रही है। सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला के मुताबिक जितनी संख्या में लोग क्वारंटीन होंगे उतने जल्दी ही इस प्रकोप पर काबू पाया जा सकेगा। लोग क्वारंटीन को अभी नहीं समझ रहे हैं यह आम लोगों के लिए जीवनरक्षक से कम नहीं। खुद भी निगरानी में रहेंगे और लोगों को भी संक्रमण से बचाएं।
आइसोलेशन के लिए अस्पताल आरक्षित
हैलट का कोविड-19 अस्पताल, उर्सला, कांशीराम, केपीएम, लोको अस्पताल, संक्रामक रोग अस्पताल में फिलहाल व्यवस्स्था है। यहां संक्रमितों को ही भर्ती किया जाना है। इन अस्पतालों में आईसीयू की सुविधा रविवार तक संचालित हो जाएगी वैसे हैलट समेत कुछ अस्पतालों में सुविधा शुरू हो गई है। जहां कुछ संसाधन नहीं थे वहां भेजा जा रहा है।
आइसोलेशन में मरीजों की देखरेख को लगे डॉक्टरों की सुरक्षा
आईसीयू या आइसोलेशन वार्ड में मरीजों की देखरेखकर रहे डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए प्रोटोकॉल के हिसाब से हाईटेक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। मरीजों को किस तरह दवाओं दी जाएंगी, उन तक जरूरी सलाह को पहुंचाने के लिए हाईटेक केबिन बनाई गई है डॉक्टर प्रोजेक्टर के जरिए मरीजों पर निगरानी रखेंगे मरीजों से संबंधित सभी दिक्कतें स्क्रीन पर आती रहेंगी डॉक्टर उसी हिसाब से दवा देंगे।
अब यह सुविधा हो गई
880 बेड क्वारंटीन के किए गए
107 बेड आईसीयू किए गए
80 बेड हाई रिस्क डिपेंडेंसी यूनिट होगी
320 बेड आइसोलेशन की सुविधा
1500 बेड क्वारंटीन बनाने पर मंथन