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मेट्रो के लिए हैलट में सौ साल पुराने पेड़ काट डाले 

कानपुर मेट्रो के लिए बेदर्दी से पेड़ों को काटने का सिलसिला रविवार से फिर शुरू हो गया। हैलट में वन विभाग ने सौ साल पुराने दो पीपल के पेड़ों को काट दिया। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में तो पहले 19 पेड़ काटे जा...

मेट्रो के लिए हैलट में सौ साल पुराने पेड़ काट डाले 
प्रमुख संवाददाता ,कानपुर  Mon, 06 Jan 2020 02:10 AM
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कानपुर मेट्रो के लिए बेदर्दी से पेड़ों को काटने का सिलसिला रविवार से फिर शुरू हो गया। हैलट में वन विभाग ने सौ साल पुराने दो पीपल के पेड़ों को काट दिया। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में तो पहले 19 पेड़ काटे जा चुके हैं।


मेट्रो के लिए हैलट अस्पताल में स्टेशन और एलीवेटेड हिस्सा बनाया जाना है। इसी के लिए ओपीडी के गेट के सामने से मेडिसिन विभाग के सामने 40 पेड़ों को काटा जाना है लेकिन यहां पर उसके दोगुना पेड़ नहीं लग पाएंगे। बस पेड़ों को काटकर यहां के पार्क और हरियाली को बर्बाद किया जा रहा है। एसआईसी और प्रशासनिक भवन के सामने हैलट प्रशासन ने दशकों से सुंदर पार्क विकसित कर रखा है। इसमें मरीजों के तीमारदार भी बैठकर जाड़े में धूप सेंकते हैं तो गर्मी में छांव में बैठते हैं।

पार्क की सुंदरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसमें आम, नीम, आंवला के पेड़ों के साथ ही रूद्राक्ष तक के दो दर्जन से अधिक पेड़ लगे हैं लेकिन 13 मीटर चौड़ाई में पूरे पार्क को बर्बाद किया जाएगा। पेड़ों के साथ सारी हरियाली भी खत्म हो जाएगी। हैलट की बाउंड्रीवाल भी गिराई जाएगी। बीते दिनों पेड़ काटने पर कुछ तीमारदारों ने वन विभाग और मेट्रो के कर्मचारियों से नाराजगी जता कर उन्हें बचाने की नसीहत तक दी थी लेकिन किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया।
स्वरूप नगर थाने में भी मेट्रो के लिए काम होना है इसलिए एक हफ्ते में थाने का भी आगे का हिस्सा काटा जाएगा। यूपीएमआरसी के लिए वन विभाग पेड़ काट रहा है लेकिन आईआईटी से रावतपुर तक जाम से निजात दिलाने के लिए कोई काम नहीं किया जा रहा है। दिन में कल्याणपुर से दलहन अनुसंधान संस्थान तक जाम में वाहन उलझ रहे हैं लेकिन सड़क चौड़ीकरण के लिए यूपीएमआरसी कोई काम नहीं कर 
रहा है। 


पेड़ और पार्क हो गया है अस्त-व्यस्त
हैलट के एसआईसी डॉ.आरके मौर्य का कहना है कि मेट्रो की वजह से पेड़ और पार्क अस्त-व्यस्त हो गया है। यूपीएमआरसी के अधिकारियों को साफ कर दिया गया है कि पार्क को मौजूदा स्थिति में लौटाने का काम नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में उन्हें चेतावनी दी जाएगी।  

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