हिन्दुस्तान मिशन शक्तिः कन्नौज में महिलाओं के दर्द की दवा बन गईं धनदेवी
बात करीब 12 साल पहले की होगी, जब जमीन के विवाद में इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला के मकान की चहारदीवारी गिरा दी गई। असरदार लोगों ने उसे निर्वस्त्र कर दिया। हाईस्कूल का प्रैक्टिकल देने जा...
बात करीब 12 साल पहले की होगी, जब जमीन के विवाद में इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला के मकान की चहारदीवारी गिरा दी गई। असरदार लोगों ने उसे निर्वस्त्र कर दिया। हाईस्कूल का प्रैक्टिकल देने जा रहे पुत्र को कमरे में बंद कर दिया। दबंगों की इस करतूत की जानकारी 65 वर्षीय धनदेवी कनौजिया को हुई तो उन्होंने पहले इंदरगढ़ थाना घेरा, उसके बाद एसपी को मोबाइल पर जानकारी दी। पुलिस के सहयोग से छात्र ने प्रैक्टिकल दिया। पीड़िता की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज हुई। इसी तरह करीब 24 साल पहले जगतापुर निवासी किताबवती कठेरिया की भी कहानी दर्द भरी है। धनदेवी बताती हैं कि पेंशन के बहाने उसका मकान लिखवा लिया गया। इसे लेकर उस समय जनपद रहे फर्रुखाबाद के डीएम से वह मिलीं। साथ ही मुंसिफी से भी कार्रवाई की। धनदेवी के इस साहस की चर्चा होने लगी। बाद में वह कन्नौज रत्न से सम्मानित भी हुईं। वह बताती हैं कि बहू-बेटियों के साथ जब कुछ गलत होता है तो बड़ा खराब लगता है। वह कई बार धरना-प्रदर्शन भी कर चुकी हैं।