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एचबीटीयू एल्युमिनाई 01 (विशेष): कंपनी बाग में ''भूत वाली कोठी'' से हुई थी ''एचबीटीयू'' की शुरुआत

एचबीटीयू की 17वीं इंटरनेशनल एल्युमिनाई मीट 2021 के दूसरे दिन शुक्रवार को ''भूत वाली कोठी'' चर्चा में रही। शताब्दी समारोह के अवसर पर कॉफी टेबल बुक...

एचबीटीयू एल्युमिनाई 01 (विशेष): कंपनी बाग में ''भूत वाली कोठी'' से हुई थी ''एचबीटीयू'' की शुरुआत
हिन्दुस्तान टीम,कानपुरFri, 26 Nov 2021 06:55 PM
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एचबीटीयू की 17वीं इंटरनेशनल एल्युमिनाई मीट 2021 के दूसरे दिन शुक्रवार को ''भूत वाली कोठी'' चर्चा में रही। शताब्दी समारोह के अवसर पर कॉफी टेबल बुक तैयार की गई है, जिसमें एचबीटीयू के ऐतिहासिक क्षणों को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है। इस कोठी से एचबीटीयू की शुरुआत ''गवर्नमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट, कॉनपुर'' के नाम से 1920 में हुई थी।

कॉफी टेबल बुक के अनुसार उद्यमिता को बढ़ावा देने और औद्योगिक विकास को गति देने के लिए 100 साल पहले रिसर्च इंस्टीट्यूट की शुरुआत दो कमरों से शुरू की गई थी। जंगल के बीच बने इन दो कमरों के भवन में कोई जाता नहीं था। इस पर छत के स्थान पर टिन का छप्पर पड़ा था। इसके प्रिंसिपल डॉ. ईआर वॉटसन थे।

अभी भी यह दो कमरों का भवन

पूर्व छात्रों ने बताया कि यह पुराना भवन अभी भी उत्तर पश्चिम छोर पर कंपनी बाग चौराहे के निकट स्थित है। इस जानकारी के बाद लोगों में उत्साह जागा है। कई छात्रों ने कहा कि वे जब पूर्वी कैंपस में जाएंगे तो इस स्थान को जरूर देखेंगे। उनके इंदर इस बात की उत्सुकता है कि भूत वाली कोठी कैसी है।

इसलिए कही जाती है भूत वाली कोठी

कई पूर्व छात्रों ने इसके बारे में जानकारी दी लेकिन कोट न करने की शर्त पर। उनका मानना था कि किसी से सुनी बात पर पूरी सत्यता के साथ नहीं कहा जा सकता। इन दो कमरों में केवल दिन के समय कक्षाएं लगती थीं। तब यहां घना जंगल था और रोशनी कम होते ही लोग चले जाया करते थे। कोई रुकने को तैयार नहीं होता था। जंगल होने के कारण तरह-तरह की आवाजें आती थीं जिसके चलते लोगों ने इसे भूत वाली कोठी ठहरा दिया।

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