गणगौर की पूजा कर मांगा अखंड सुहाग का आशीर्वाद
किदवईनगर स्थित अग्रसेन भवन में मंगलवार को अग्रवाल समाज की महिलाओं ने पूजा-अर्चना की और भजनों के साथ पारंपरिक त्योहार गणगौर उत्सव को धूमधाम से...
किदवईनगर स्थित अग्रसेन भवन में मंगलवार को अग्रवाल समाज की महिलाओं ने पूजा-अर्चना की और भजनों के साथ पारंपरिक त्योहार गणगौर उत्सव को धूमधाम से मनाया।
संयोजक प्रमोद दादू ने बताया गणगौर का त्योहार सदियों पुराना है। इसे सांस्कृतिक उत्सव के रूप में मान्यता प्राप्त है, लेकिन जीवन मूल्यों की सुरक्षा व वैवाहिक जीवन में यह एक सार्थक प्रेरणा भी बना है। गणगौर शब्द का गौरव अंतहीन पवित्र दाम्पत्य जीवन की खुशहाली से जुड़ा है। कुंआरी कन्याएं अच्छा पति पाने के लिए और नवविवाहिताएं अखंड सौभाग्य की कामना के लिए यह त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाती हैं। कुंआरी कन्याएं व विवाहिता व्रत रखकर गणगौर की पूजा करती हैं। गणगौर उत्सव पर शिव पार्वती का पूजन होता है, जो अखंड सुहाग के लिए किया जाता है। यहां सुषमा सिंहानियां, शिखा मुरार्ता, रुचि अग्रवाल, बीना अग्रवाल आदि रहीं।
नाचते-गाते निकले विसर्जन को : गणगौण की 16 दिनों तक पूजन-अर्चन कर समापन पर मंगलवार शाम अग्रवाल समाज की महिलाओं ने मंगलकामनाओं के साथ धूमधाम से नाचते-गाते गणगौण की यात्रा निकाली। यहां से सभी सरसैया घाट पहुंचे। और पारंपरिक तरीके से गणगौण विसर्जित किया।