फर्जी जमानतें कराने में वकील समेत पांच गिरफ्तार
- फर्जी आधार कार्ड और अन्य आईडी से करा देते थे जमानत - पिछले
कानपुर। वरिष्ठ संवाददाता
अपराध की घटनाओं में बंदियों की फर्जी जमानत करवाने वाले और जमानतदारों के रैकेट में क्राइम ब्रांच ने बुधवार को बड़ा खुलासा किया। वकील समेत पांच को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से बड़ी संख्या में फर्जी आधार कार्ड समेत अन्य पहचान पत्र बरामद किए गए हैं। गिरोह में शामिल अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।
फर्जी जमानतदारों की मदद से बंदियों को जेल से छुड़वाने का मामला लंबे समय से चल रहा था। पिछले साल 3 जून को पूर्व एसपी पश्चिम अनिल कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन हुआ था। गैंगस्टर कोर्ट की तरफ से कोतवाली में 70 आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। जांच के बाद पुलिस ने 61 जमानतदारों और अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। पुलिस कमिश्नरेट बनने के बाद यह जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई थी। क्राइम ब्रांच ने ग्वालटोली निवासी एडवोकेट शील कुमार गुप्ता, उसके यहां काम करने वाले मुंशी रायपुरवा निवासी सचिन सोनकर, कल्याणपुर निवासी संतोष सिंह, औरैया निवासी वृंदावन और सुरेन्द्र को गिरफ्तार किया। औरैया के दोनों फर्जी जमानतदार हैं। ये अपराधियों की जमानत लेकर उन्हें जेल से रिहा कराते थे।