डूडा के कराए सर्वे की खुली पोल, पटरी दुकानदारों की सूची में 14 हजार नाम फर्जी
डूडा ने शहर में 15 हजार पटरी दुकानदारों की सूची जरूर बनाई मगर इसकी तस्दीक ही नहीं की। लॉकडाउन में तबाह हुए पटरी दुकानदारों को 10 हजार रुपए लोन देने की बात आई तो सूची की हकीकत सामने आ गई। सिर्फ 1000...
डूडा ने शहर में 15 हजार पटरी दुकानदारों की सूची जरूर बनाई मगर इसकी तस्दीक ही नहीं की। लॉकडाउन में तबाह हुए पटरी दुकानदारों को 10 हजार रुपए लोन देने की बात आई तो सूची की हकीकत सामने आ गई। सिर्फ 1000 नाम और स्थान सही निकले। बाकी 14 हजार का ब्योरा फर्जी पाया गया।
केंद्र सरकार ने अब तक पटरी दुकानदारों को लोन के लिए पॉलिसी नहीं बनाई है मगर राज्यों से इसकी तैयारी करने के लिए कहा गया था। इसी क्रम में नगर निगम ने डूडा की पुरानी सूची का सत्यापन शुरू किया। इसमें जोनवार जहां भी टीम पटरी दुकानदारों को चेक करने गई, अधिकतर जगह उनका वजूद ही नहीं मिला। पूछने पर भी किसी ने नहीं बताया कि संबंधित नाम का कोई शख्स वहां था।
नए सिरे से होगा रजिस्ट्रेशन
नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने कहा कि पटरी दुकानदारों की पुरानी सूची सही नहीं थी। हमारी टीम सत्यापन करने गई तो संबंधित दुकानदार नहीं मिले। लिहाजा हमने नए सिरे से पटरी दुकानदारों का रजिस्ट्रेशन शुरू कराने का निर्णय लिया है। हर जोन कार्यालय में ये रजिस्ट्रेशन होंगे ताकि पात्रों को किसी योजना का लाभ मिल सके।