कोई कामना की तो भक्ति नहीं वह मजदूरी
Kanpur News - श्री मां काली सेवा समिति के आनंदाराव पार्क में चल रहे श्री शतचंडी पंच कुंडीय महायज्ञ और श्रीमद् भागवत कथा में अखिलेश महाराज ने बताया कि भक्ति कामना रहित होनी चाहिए। यदि भक्ति में कोई स्वार्थ है, तो वह...

श्री मां काली सेवा समिति के आनंदाराव पार्क, शास्त्री नगर में चल रहे श्री शतचंडी पंच कुंडीय महायज्ञ, श्रीमद् भागवत कथा के आयोजनों की धार्मिक शृंखला में बुधवार को अखिलेश महाराज ने बताया की सुनक आदि ऋषियों ने प्रश्न किया कि भक्ति कैसे होनी चाहिए तो भगवान ने बताया भक्ति कामना रहित होनी चाहिए। यदि भक्ति में कामना हुई तो वह भक्ति नहीं मजदूरी हो जाती है। यदि हमने भक्ति के बदले में कुछ मांगा तो वह व्यवसाय हो जाएगा। भरत जी ने भगवान राम से भक्ति ही मांगी है। राजा परीक्षित को जब मृत्यु का श्राप लगा तो राजा परीक्षित अपने बेटे को राज सिंहासन देकर गंगा नदी के किनारे पहुंच गए। उन्होंने संतों के सामने अपनी बात रखी किंतु उनका संदेह कोई नहीं मिटा पाया। यहां आचार्य राजेश शास्त्री, राजेंद्र मिश्रा, ओमप्रकाश सिंह, प्रवीण रैयत्, सुभाष यादव, अजय शुक्ला, नीटू श्रीवास्तव, अमित शुक्ला, प्रेम सिंह आदि मौजूद थे।
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