1050 प्रवासी मजदूरों की कोरोना जांच पेंडिंग, बढ़ी दुश्वारी
कोरोना की जांच को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। लगभग 1050 प्रवासी मजदूरों की जांच पेंडिंग चल रही है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के लैब की क्षमता कम होने से यह दिक्कत...
कोरोना की जांच को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। लगभग 1050 प्रवासी मजदूरों की जांच पेंडिंग चल रही है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के लैब की क्षमता कम होने से यह दिक्कत हुई है। सीएमओ ने कुछ सैंपल लखनऊ और दूसरे जिलों में जांच लैब को भेजे हैं।
अधिकारियों के मुताबिक 250 सैंपल रोजाना प्रवासी मजदूरों के लिए जा रहे हैं। 100 हॉटस्पॉट क्षेत्रों से लिए जा रहे। मेडिकल कॉलेज में रोजाना अधिकतम 200 से 250 सैंपल जांचने की क्षमता है। रोजाना 100-150 की वेटिंग हो रही, जिससे बीते एक सप्ताह में 1000 से अधिक नमूने पेंडिंग हो गए।
सीएमओ का कहना है कि कोशिश की जा रही है एक मशीन और बढ़ जाए। कुछ स्टाफ को भी ट्रेंड किया जाएगा ताकि संकट कम हो। वैसे जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में जितनी जांच हो सकेगी उतनी होगी बाकी लखनऊ और दूसरी लैबों से कराई जाएगी।
इनका कहना
मेडिकल कालेज कोरोना लैब में पांच सौ सैम्पल ही बाकी हैं। आधे सैम्पल सीएमओ की ओर से केजीएमयू और झांसी मेडिकल कॉलेज भेज दिए गए हैं। रविवार तक जीएसवीएम कोरोना लैब से साढ़े तीन सौ जांच रिपोर्ट जारी हो जाएगी। बाकी की भी रिपोर्ट दो दिन में पूरी कर दी जाएगी।
-डॉ. प्रशांत त्रिपाठी, नोडल अधिकारी जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कोरोना लैब