घर में ही खेल के साथ शिक्षा हासिल कर सकेंगे बच्चे
महानिदेशक स्कूली शिक्षा के निर्देशों के क्रम में यूनिसेफ के गुणवत्ता प्रकोष्ठ व इग्नस पहल ने मिलकर सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत परिषदीय विद्यालयों के बच्चों के लिए कई शिक्षाप्रद गतिविधियां विकसित की...

महानिदेशक स्कूली शिक्षा के निर्देशों के क्रम में यूनिसेफ के गुणवत्ता प्रकोष्ठ व इग्नस पहल ने मिलकर सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत परिषदीय विद्यालयों के बच्चों के लिए कई शिक्षाप्रद गतिविधियां विकसित की है। इनको बुधवार से ही जनपदीय एसआरजी टीम द्वारा जनपद में लागू कर दिया गया है। महानिदेशक ने बीते दिनों संबोधन में कहा था कि समूचा देश वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहा है। इस महामारी के चलते सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित हैं,जो अपने घरों में कैद है। परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे घर पर भी कुछ न कुछ सीखते रहें, इसको ध्यान में रखते हुए शैक्षणिक गतिविधि व खेलों का संकलन किया गया है। इन गतिविधियों को बच्चे अपने माता, पिता, भाई, बहन के सहयोग से कर सकते हैं । इससे बच्चे खेल-खेल में बहुत कुछ सीख सकते हैं।
एसआरजी संत कुमार दीक्षित ने बताया कि बड़े बच्चों के लिए ताली चुटकी से संख्या बनाओ, आओ सेंचुरी मारे,वजन बताओ ना, आओ कहानी बनाए, चलों पढ़े,आदि सह खेल शैक्षिक गतिविधियां हैं । एसआरजी अजय गुप्ता ने बताया कि 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए कुछ नया बनाओ, चलो गिनते हैं, छांटने और वर्गीकरण करने वाली कई गतिविधियों और खेलों के माध्यम से अभिभावक उनकी शिक्षा घर पर लगातार जारी रख सकते हैं। एस आरजी अनंत त्रिवेदी ने बताया कि इन गतिविधियों का उद्देश्य बच्चों के लिए प्रेरणा लक्ष्य में सुनिश्चित लर्निंग आउटकम प्राप्त करना ही है,साथ ही शिक्षकों ने बुधवार से दीक्षा एप के माध्यम से पठन पाठन शुरू कराने का प्रयास किया। बीएसए सुनील दत्त ने कहा कि तकनीकी के माध्यम से खंड शिक्षा अधिकारी, सभी डीसी व जनपद के एसआरजी व एआरपी लगातार बच्चों व अभिभावकों के संपर्क में हैं। अभिभावकों व एसएमसी सदस्यों तक गतिविधि आधारित शिक्षण पहुंचाने का प्रयास रहेगा,ताकि लॉकडाउन के समय बच्चों के पठन-पाठन में कोई बाधा न आए ।
