चार माह से राशन न देने वाले कोटेदार के खिलाफ एसडीएम के आदेश पर केस दर्ज
Case registered against SDM order for not giving ration for four months
मैथा तहसील क्षेत्र के कड़री गांव सभा के कोटेदार व उसके एक साथी ने पात्र गृहस्थी योजना के राशन कार्ड धारकों को ई-पास पर अंगूठे लगवाने के बाद भी 4 महीने से राशन नहीं दे रहा है। इससे नाराज ग्रामीणों ने प्रधान के दरवाजे पहुंच कर हंगामा काटा। प्रधान ने मामले की सूचना एसडीएम को दी। इसमें कराई गई जांच में 31 बोरी गेहूं और 21 बोरी चावल कम मिलने के साथ ही स्टॉक रजस्िअर आदि गायब मिले। इस पर आपूर्ति निरीक्षक ने कोटेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। मैथा तहसील क्षेत्र के गांव सभा कड़री के राशन दुकान गांव के प्यारेलाल के नाम संचालित है, लेकिन दुकान का संचालन उसका भांजा राकेश कुमार निवासी सलेमपुर काशीपुर करता है। ग्रामीणों का आरोप है कि बीते चार महीने से वह झांसा देकर ई-पाश मशीन पर अंगूठा लगवाने के बाद भी राशन नहीं दे रहा था। इस बार भी उसने करीब 64 लोगों से ई पाश मशीन पर अंगूठा लगवा लिए और राशन वितरण नहीं किया। ग्रामींण लामबंद होकर दुकान पर पहुंचे तो वह दुकान बंद करके भाग निकला। नाराज ग्रामीणें ने प्रधान राजकुमार कुशवाहा के दरवाजे पहुंच कर हंगामा काटा। हंगामा देख प्रधान ने एसडीएम से शिकायत की। इस पर एसडीएम ने तत्काल सर्किल लेखपाल कमल किशोर, आपूर्ति निरीक्षक रामचंद्र को मौके पर भेज कर जांच कराई। दुकान में 248 पात्र गृहस्थी राशन कार्ड धारकों के सापेक्ष 62 लोगों के राशन वितरण का मामला सामने आया जबकि उपभोक्ताओं को राशन वितरित ही नहीं किया गया था। शेष 186 लोगों का राशन वितरित होना रह गया था जिसमें से लक्ष्य के आधार पर 31 बोरी गेहूं 21 बोरी चावल स्टाक में कम निकला तथा स्टॉक रजस्टिर गायब था। इससे सरकारी राशन के कोटेदार द्वारा कालाबाजारी जाने की पुष्टि हुई। रिपोर्ट मिलते ही एसडीएम के नर्दिेश पर पूर्ति निरीक्षक ने शिवली कोतवाली में कोटेदार प्यारेलाल के विरुद्ध सरकारी राशन की कालाबाजारी का मुकदमा दर्ज कराया है। कोतवाल ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।
राशन के खातिर सोशल डिस्टेंसिंग भूले ग्रामीण: चार महीने से राशन की दुकान पर ठगे जा रहे ग्रामींण लॉक डाउन में भी राशन न मिलने से सोशल डस्टिेंसिंग भूल गए। वह काफी संख्या में एकजुट होकर प्रधान के दरवाजे पहुंच गए और हंगामा करने लगे। करीब एक घंटे तक यहां पर अफरा तफरी की स्थिति बनी रही।