मीटर रीडरों का बहिष्कार जारी, रीडिंग लेने इंजीनियर निकले
कानपुर। प्रमुख संवाददाता बिजली विभाग के मीटर रीडरों का कार्य बहिष्कार तीसरे दिन भी...
कानपुर। प्रमुख संवाददाता
बिजली विभाग के मीटर रीडरों का कार्य बहिष्कार तीसरे दिन भी जारी रहा। बिजली बिल की रीडिंग न होने से केस्को प्रबंधन के निर्देश पर कई इंजीनियर उपभोक्ताओं के घर-घर रीडिंग लेने पहुंचे। दिन भर में 276 बिजली के बिल बन सके। नवाबगंज, सर्वोदय नगर, गोविंद नगर, बिजलीघर डिवीजन के एक्सईएन समेत तमाम इंजीनियर मौके पर पहुंचे। उन्होंने ट्रांसफार्मर में लगे बॉक्स और उससे जुड़े फीडरवार उपभोक्ताओं के मीटरों की रीडिंग ली। कुछ मीटर रीडर जो हड़ताल में शामिल नहीं हैं, उन लोगों ने भी मीटर रीडिंग की और बिल बनाया। शनिवार को बिलों के बनने की संख्या कम रही। केस्को संविदा कर्मचारी संगठन के महामंत्री दिनेश भोले के मुताबिक अधिकतर मीटर रीडर काम नहीं कर रहे हैं। वह नौकरी छोडऩे को भी तैयार हैं, अगर केस्को उनकी बात नहीं मानता है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन एप के माध्यम से बिल हो रहा है। मोबाइल डाटा रीडर का खर्च हो रहा है। फीडरवार रीडिंग से काम भी बढ़ा। केस्को आउटसोर्सिंग कंपनी केएनडी के उस वक्तव्य से संतुष्ट हो गया, जिसमें उसने कहा कि 15 दिन ही रीडरों का काम होता है, लिहाजा चार रुपये प्रति बिल के हिसाब से हर महीने 1600 बिलों को बनवाकर 6400 रुपये देंगे। बाकी 15 दिन मीटर रीडर मजदूरी करेगा। उधर मजदूर संघ के विजय त्रिपाठी ने दावा किया है कि रविवार से बिलिंग तेज होगी क्योंकि कई रीडर काम पर लौट आए हैं। उधर हड़ताली बिजली मीटर रीडर न्यूनतम मानदेय 11 हजार रुपये दिए जाएं। भले ही आठ के बजाय 10 घंटे काम मीटर रीडिंग से संबंधित ले लिया जाए। केस्को की गैंग की तरह महीने में चार छुट्टी के अलावा पूरे दिन काम लिया जाए। बाकी किसी भी समझौते को मीटर रीडर नहीं मानेंगे।
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