जर्जर भवन में रहने को मजबूर अंध विद्यालय के छात्र
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उरई। शहर के मोहल्ला शांतिनगर में चल रहे अंध विद्यालय की जर्जर बिल्डिंग में पढ़ने के लिए दिव्यांग छात्र छात्राएं पढ़ने के लिए मजबूर हैं। विधायक निधि से बजट मिलने के बाद भी नए भवन का निर्माण न होने पर मंगलवार को सनातन की प्राचार्य ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर बच्चों के भविष्य को देखते हुए सकरात्मक कदम उठाने की मांग की है। मंगलवार को सनातन की प्राचार्य अमिता सिंह, कुमारेंद्र सिंह सेंगर सहित अन्य लोगों ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपकर अवगत कराया कि मोहल्ला शांतिनगर मं एक अंध विद्यालय संचालित हो रहा है। जिसमें यह भवन संचालित है उसी में नेत्रहीन दिव्यांग के निवास की व्यवस्था है। वर्तमान में यह भवन अत्यंत जर्जर स्थिति में है। इसी का फायदा उठाकर अंध विद्यालय के प्रबंधक द्वारा उसी भवन के बगल में अंध विद्यालय के प्रबंधक ने उसी भवन के बगल में अंध विद्यालय भवन निर्माण के लिए विधायक निधि से धन प्राप्त किया है। दो विधायकों की निधि प्राप्त करने के बाद भी प्रबंधक ने न तो नया भवन पूर्णरूप से निर्मित कराया है और न ही नेत्रहीन दिव्यांगों के लिए कोई सुरक्षित व्यवस्था की है। इससे अध्यापक और बच्चे उसी भवन में रहने के लिए मजबूर हैं। लोगों द्वारा बताया गया है कि प्रबंधक द्वारा वर्तमान में उस भवन को बेंचा जा चुका है और मकान का खरीददार अक्सर उन बच्चों और अध्यापकों को मकान खाली करने के लिए धमकाता भी है। उन्होंने बच्चों के हितों में ठोस कदम उठाने की मांग की है। इस मौके पर तमाम लोग मौजूद थे।