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मुंगेर में बेंचे गए शस्त्रों की रिकवरी की जद्दोजहद में एटीएस

फर्जी दस्तावेजों पर शस्त्रों की खरीद-फरोख्त के मामले में एटीएस ने शस्त्रों की रिकवरी करने की जद्दोजहद शुरू कर दी है। एटीएस ने बिहार एसटीएफ से संपर्क कर मामले की जानकारी साझा की है। शस्त्रों के खरीदार...

मुंगेर में बेंचे गए शस्त्रों की रिकवरी की जद्दोजहद में एटीएस
लाइव टीम,कानपुरTue, 15 Aug 2017 03:06 PM
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फर्जी दस्तावेजों पर शस्त्रों की खरीद-फरोख्त के मामले में एटीएस ने शस्त्रों की रिकवरी करने की जद्दोजहद शुरू कर दी है। एटीएस ने बिहार एसटीएफ से संपर्क कर मामले की जानकारी साझा की है। शस्त्रों के खरीदार राजकिशोर राय के गिरफ्तारी के भी प्रयास शुरू हो गए हैं। उसकी गिरफ्तारी से मामले में कई बड़े खुलासे होने की संभावना है।
एटीएस का कहना है कि फर्जीवाड़ा कर बेंचे गए शस्त्रों का इस्तेमाल कहां हुआ ये सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। एटीएस ने बताया कि अभी तक की जांच से पता चला है कि मुंगेर निवासी राजकिशोर (असलहा खरीदने वाला) नक्सलियों को असलहा सप्लाई करता है। ऐसे में एटीएस को आशंका है कि उसने कानपुर से जो शस्त्र खरीदे गए हैं उनकों भी नक्सलियों तक पहुंचाया गया है। 
इस बात की पुष्टि के लिए एटीएस शस्त्रों की रिकवरी करने के प्रयास में है। ताकि मामले में और पुख्ता सबूत इकट्ठा हो सकें। सूत्रों के मुताबिक यदि उन शस्त्रों का इस्तेमाल नक्सलियों या फिर अन्य किसी तरह देश विरोधी गतिविधियों में किया गया होगा तो गन हाउस मालिकों व जिसकी भी भूमिका इसमें है उनके खिलाफ सख्त से सख्त धाराओं में कार्रवाई एटीएस कर सकती है। 
निष्पक्ष जांच की मांग 
एटीएस ने मामले में स्वामी खन्ना आरमरी गन हाउस से विजय खन्ना को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इस मामले में उनकी पत्नी ने प्रमुख सचिव गृह को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। पत्र के मुताबिक एटीएस ने करीब तीन महीने पर विजय खन्ना को कोतवाली बुलाकर पूछताछ की थी। साथ ही रिकार्ड के कुछ दस्तावेज भी जब्त किए थे। इस दौरान एटीएस ने उन्हें गवाह बनाने की बात कही थी लेकिन बाद में एटीएस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। साथ ही पत्र में यह भी लिखा है कि जो शस्त्र बिहार में बेंचे गए हैं वह सही तरीके से बेंचे गए हैं। इसमें प्रशासन ने आंख बंद कर काम किया है। वहां से सत्यापन के बाद ही शस्त्र बेचे गए हैं। 

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