अन्ना जानवरों पर रोक नहीं, फसलें हो रहीं चौपट
आवारा जानवरों की समस्या पर अंकुश नहीं लग पा रहा। सरकार भले ही इस समस्या से निजात के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर चुकी हो पर हालात अभी भी उलट हैं ऐसे में जिनकी बुआई हो चुकी है वह किसान अभी से खेतों में...
आवारा जानवरों की समस्या पर अंकुश नहीं लग पा रहा। सरकार भले ही इस समस्या से निजात के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर चुकी हो पर हालात अभी भी उलट हैं ऐसे में जिनकी बुआई हो चुकी है वह किसान अभी से खेतों में डेरा डालने के लिए मजबूर हैं।
शासन प्रशासन भले ही आवारा जानवरों की समस्या से निजात दिलाने के लिए तमाम प्रयास कर रहा हो लेकिन स्थिति ज्यों की त्यों है। मनरेगा से हर गांव में गौ आश्रय स्थल बन चुके हैं और निर्माण कार्यों में हाथ बनाने के बाद अब किसी को इनमें जानवर रखने की सुध नहीं है। रबी की बुआई शुरू हो चुकी है और पड़री समेत आसपास के गांवों में सैकड़ों की संख्या में आवारा गायें विचरण कर रही हैं। बुआई हो चुके खेतों में इनके विचरण से फसलों में नुकसान का अंदेशा है ऐसे में किसानों को अभी से खेतों में डेरा डालने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। शासन प्रशासन की इस बदइंतजामी से किसान काफी नाराज हैं। शिकायतों के बाद भी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा। क्षेत्रीय किसान जयनारायण,प्रमोद कुमार, सुशील कुमार, मनोज पटेल का कहना है कि अगर प्रशासन को कोई इंतजाम करना है तो अभी से करे अन्यथा इस बार भी फसलें चौपट हो जाएंगीं।