कानपुर में भीषण गर्मी बनी काल, हीट स्ट्रोक से 7 लोगों ने तोड़ा दम
उत्तरप्रदेश के कानपुर शहर में उमसभरी गर्मी गुरुवार को काल बनकर बरपी। एक के बाद एक सात लोगों ने हीट स्ट्रोक की चपेट में आकर दम तोड़ दिया। इनमें से छह की हैलट इमरजेंसी में मौत हो गई। मरने वाले...
उत्तरप्रदेश के कानपुर शहर में उमसभरी गर्मी गुरुवार को काल बनकर बरपी। एक के बाद एक सात लोगों ने हीट स्ट्रोक की चपेट में आकर दम तोड़ दिया। इनमें से छह की हैलट इमरजेंसी में मौत हो गई। मरने वाले डायबिटीज, हाइपरटेंशन और गुर्दा रोग से पीड़ित थे। बुखार के साथ पेट दर्द व सूजन की शिकायत पर इन्हें भर्ती कराया गया था। सुबह से लेकर शाम तक सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ी रही। ओपीडी के बाहर पैर तक रखने की जगह नहीं बची थी। एक दर्जन से ज्यादा लोगों अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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हैलट के मेडिसिन विभाग की 16 बेड की इमरजेंसी फुल हो गई है। ट्रॉली पर मरीजों को भती कर इलाज किया जा रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक 24 घंटे में मेडिसिन इमरजेंसी में आने वाले मरीजों की संख्या 120 पार कर गई है। ब्लड शुगर शॉक से कोमा में आए मरीजों की संख्या 20-25 के आसपास है वहीं सात गुर्दा फेल्योर रोगी भी आए हैं। इमरजेंसी में मरने वालों में लखनऊ निवासी जनार्दन सिंह, जालौन की सत्यवती, कन्नौज की समां, मूलगंज निवारसी चुन्नी बेगम, शिवकुमार, उन्नाव शामिल हैं।
उन्नाव के आसीवन निवासी उदित नारायण को ब्लड शुगर शॉक में लाया गया था, वह कोमा में थे। डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उधर, तारबगलिया में गश खाकर जमीन पर गिरे मजदूर रमेश की जान चली गई। महाराजपुर निवासी रमेश निर्माणाधीन इमारत में काम कर रहा था। उसे आनन-फानन में कांशीराम अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।