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आवासीय भूमि को कृषि की दिखाकर 11 लाख की स्टांप चोरी

- सब रजिस्ट्रार की शिकायत पर दर्ज की गई एफआईआर, चल रही जांच -

आवासीय भूमि को कृषि की दिखाकर 11 लाख की स्टांप चोरी
हिन्दुस्तान टीम,कानपुरMon, 06 Dec 2021 03:15 AM
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सरसौल। संवाददाता

नर्वल में हाईवे किनारे 11 बिस्वा आवासीय भूमि खरीदने में 11 लाख रुपये की स्टाम्प ड्यूटी में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। फर्जी खसरा लगाकर कृषि योग्य भूमि दिखा दी गई। फिर 11 लाख के स्टाम्प ड्यूटी की धोखाधड़ी हो गई। मामला संज्ञान में आने पर डीएम ने एसडीएम नर्वल को जांच सौंपी थी। फिलहाल स्टांप कमी की एफआईआर दर्ज कर ली गई है। डुप्लीकेट खसरे की जांच हो रही है। फतेहगढ़ के भोलापुर दुर्गा कॉलोनी निवासी सत्येंद्र सिंह ने 25 सितंबर को हाईवे किनारे 11 बिस्वा आवासीय जमीन बेचने के लिए कैलाश नगर तिवारीपुर निवासी अवधेश सिंह और गुड़गांव के तेजा एनक्लेव निवासी रामेश्वर सिंह से बैनामा कराया था। आवासीय भूमि के आधार पर साढ़े चौदह लाख के स्टांप लगने थे। आरोपितों ने फर्जी खसरा दिखाकर भूमि को कृषि योग्य बता दिया। आरोपितों ने साढ़े चौदह लाख के बजाय साढ़े तीन लाख के स्टांप लगाए। इसकी शिकायत चमनगंज निवासी खालिद ने 30 अक्तूबर को डीएम से की थी। डीएम ने एसडीएम नर्वल अमित ओमर को जांच सौंपी थी। एसडीएम ने लेखपाल प्रभांशु द्विवेदी से स्पष्टीकरण लिया तो लेखपाल ने बताया कि उन्होंने कोई खसरा नहीं बनाया है। एसडीएम नर्वल अमित ओमर के मुताबिक सब रजिस्ट्रार की रिपोर्ट पर स्टांप कमी का मुकदमा कोर्ट में दर्ज हो गया है। उसकी जांच हो रही है। डुप्लीकेट खसरे के लिए लेखपाल को जांच के आदेश दिए है। फर्जीवाड़ा हुआ तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

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