कन्नौज निज संवाददाता
वैसे ही कोरोना संक्रमण की वजह कर पूरे साल ठप रहे कारोबार से परेशान इत्र कारोबारियों के लिए साल का आखिरी दिन भी बड़ा झटका देकर गया। नगर पालिका रोड स्थित एक गोदाम में लगी आग से वहां रखी तीन फर्म का इत्र स्टॉक, हवन सामग्री सहित कई कीमती सामान पूरी तरह से खाक हो गया। हालांकि गुरुवार की शाम तक आग पर काबू पा लिया गया था, लेकिन खाक हो चुके सामान से शुक्रवार को भी रह-रह कर धुआं निकलता रहा।
दरअसल शहर में बुधवार की देर रात नगर पालिका रोड के पास मिठाई वाली गली के करीब ही शहर की प्रतिष्ठित इत्र फर्म लाला केदारनाथ खत्री एंड संस के गोदाम और दुकान में आग लग गई थी। आग लगने के पीछे शुरू में तो कुछ नहीं बातया गया, लेकिन अब इसे शॉर्ट सर्किट से जोड़कर देखा जा रहा है। 10 घंटे से ज्यादा तक गोदाम के अंदर आग की लपटों ने सभी को दहशत में डाल रखा था। फायर ब्रिगेड की टीम ने करीब 15 घंटों की जद्दोजहद के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पाया। तंग गली और गोदाम की गहराई होने की वजह कर आग पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। गुरुवार का पूरा दिन तो आग बुझाने में ही गुजर गया। शुक्रवार को वहां का नजारा काफी भयानक था। गोदाम और उसके ऊपर की दुकान पूरी तरह से खाक हो चुकी थी। उधर से आने-जाने वाले लोग ठहर कर वहां के नजारे को देखकर अफसोस जता रहे थे।
जहां महकती थी खुशबू, वहां से उठ रही आग की दुर्गन्ध
लाला केदारनाथ खत्री एंड संस शहर की प्रतिष्ठित फर्म में शुमार की जाती है। वहां थोक के साथ ही खुदरा बिक्री भी होती है। बेसमेंट में बने गोदाम का दायरा बहुत बड़ा है। आम दिनों में उधर से गुजरने वाले खुशबू से होकर गुजरते हैं। लेकिन इस हादसे के बाद शुक्रवार को दुकान के आसपास आग लगने से खाक हुए सामान की दुर्गन्ध फैली हुई थी। चमकदार दुकान भी खौफनाक दिख रहा था। आसपास की दुकानों पर भी इसका असर हुआ। पास की दुकानों की दीवार भी चटकी हुई दिखी।
शुक्रवार को बहाल हुआ ट्रैफिक
आग लगने के बाद बुधवार की रात से ही नगर पालिका रोड को दोनों तरफ से ब्लॉक कर दिया गया था। गुरुवार की शाम में आग पर काबू पाने के बाद भी दोनों और बैरियल नहीं हटाया गया था। शुक्रवार की सुबह बैरियर को हटाकर घटनास्थल के आसपास लगा दिया गया। जिससे लोगों को थोड़ी मुश्किल के साथ आने-जाने का मौका मिल सका।
नुकसान का अब तक आकलन नहीं
भीषण आग की चपेट में आई इत्र की गोदाम और दुकान में रखा सारा सामान खाक हो चुका है। दीवारें और छत भी चटख चुकी हैं। माना जा रहा है कि नुकसान बहुत बड़ा हुआ है। लेकिन फर्म की ओर से अब तक इसकी सटीक जानकारी नहीं दी गई है। जानकार ही आपस में चर्चाकर इसे लाखों से ज्यादा करोड़ों में आंक रहे हैं। प्रशासन ने भी अभी तक नुकसान का आंकड़ा नहीं बताया है।