सौरिख। हिन्दुस्तान संवाद
एक्सप्रेस-वे पर निर्माणाधीन पुलिस चौकी पर गिट्टी डालने पहुंचा, तभी मोड़ते समय कोहरे की वजह से पीछे से आ रहे आधा दर्जन वाहन डंपर में घुस गए। जिससे घटनास्थल पर तीन लोगों की मृत्यु हो गई और एक दर्जन लोग घायल हो गए। आठ घायलों को मिनी पीजीआई ले जाया गया।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर किलोमीटर 132 पर निर्माणाधीन पुलिस चौकी पर शुक्रवार सुबह लगभग आठ बजे डंपर गिट्टी डालने गया था। गिट्टी डालने के लिए गलत साइड में मोड़ते समय है घने कोहरे की वजह से एक-एक कर पीछे से आ रही मुर्गा लदी डीसीएम, मछली लदी डीसीएम घुस गई। कोहरा इतना घना था कि कोई कुछ समझ पाता, उससे पहले ही पीछे से आ रही सात कार लगातार एक-दूसरे से टकराते हुए क्षतिग्रस्त हो गईं। घटना से एक्सप्रेस-वे पर आवागमन अवरुद्ध हो गया और वाहनों में सवार सवारियों में चीख-पुकार मच गई। हादसे में राजस्थान के दौसा जिला के ग्राम छरेडा निवासी हीरालाल पुत्र खैरातीलाल और उसी गांव निवासी गोलूराम जो मछली लदी डीसीएम पर सवार थे और हरियाणा के रेवाड़ी के गांव किशनगढ़ निवासी रोहित कुमार जो मुर्गा की डीसीएम पर सवार था की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि घटना से एक दर्जन लोग घायल हो गए।
यूपीडा की टीम मौके पर पहुंची
सूचना पर पहुंचे यूपीडा मुख्य सुरक्षा अधिकारी रमेशचंद्र दुबे, सुरक्षा अधिकारी मनोहर सिंह, सह सुरक्षा अधिकारी नामवर सिंह, प्रदीप सिंह व शैलेंद्र चौहान ने मामूली घायलों को यूपीडा एंबुलेंस में प्रथम उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल हो गए।
इन घायलों को सैफई ले जाया गया
अंबेडकरनगर निवासी राजवेंद्र, पत्नी पूजा, बेटा राज व सीतापुर के नीमसार निवासी ड्राइवर नीरज, कुशीनगर के ग्राम अटल निवासी राकेश शर्मा, उनका साथी सुबोध कुमार, औरैया के शिवराज सिंह, बिहार के सिकुनिया गांव निवासी रामप्रकाश को 108 एंबुलेंस व यूपीडा एंबुलेंस से मिनी पीजीआई सैफई ले जाया गया। एक्सप्रेस-वे पर लगभग चार घंटे बाद वाहनों का आवागमन शुरू हो सका। बाद में गाड़ियों में फंसे सभी मृतकों के शवों को बाहर निकालकर उसराहार थाने भेजा गया।