लॉकडाउन में बंद दुकानों में चूहों ने दुकानदारों को लगा दी चपत
25 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन में इत्रनगरी के बाजारों में ताले लग गए। रात के अंधेरे में दुकानों के आस-पास सन्न-सन्न होती रही। इसी सन्नाटे में दुकानों के अंदर चूहों की खूब मौज रही। कपड़ा, किराना,...
25 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन में इत्रनगरी के बाजारों में ताले लग गए। रात के अंधेरे में दुकानों के आस-पास सन्न-सन्न होती रही। इसी सन्नाटे में दुकानों के अंदर चूहों की खूब मौज रही। कपड़ा, किराना, मिठाई, फुटवियर सहित कई दुकानों में रखा सामना चूहों का निवाला बनता रहा। बुधवार को जब 57 दिनों बाद दुकानदारों ने दुकानें खोली तो चूहों की करतूत देखकर उनके होश उड़ गए हैं।
व्यापारियों पर लॉकडाउन और चूहों से नुकसान की दोहरी मार पड़ी। बंदी का फायदा उठाते हुए चूहों ने दुकानों में रखे सामान को अपना निवाला बनाया। महंगे-मंहगे लंहगे, बनारसी साड़ियां, सूट, जींस, शर्ट व पर्दे सहित कई कपड़ों को कुतरकर कर बर्बाद कर दिया। कपड़ा कारोबारी पुनीत मेहरोत्रा ने बताया कि लॉकडाउन में एक ओर दुकानें बंद होने से व्यापार पूरी तरह से चौपट रहा, तो दूसरी ओर बंद दुकानों में रखे कीमती कपड़ों को चूहों ने खूब नुकसान पहुंचाया। फुटवियर, किराना, गिफ्ट सेंटर, पुस्तक भंडार, मोबाइल शॉप आदि में भी नुकसान हुआ है। व्यापारियों का कहना है कि उन्होंने लॉकडाउन में कुछ देर के लिए दुकानें खोलने की मांग की थी, अगर अनुमति मिल गई होती तो चूहों से नुकसान न होता।