बजट की आस में आलू की विशिष्ट मंडी उदास
सपा शासन के दौरान आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर ठठिया क्षेत्र के जैनपुर गांव के निकट 100 करोड़ की लगात से 82 एकड़ क्षेत्रफल में शुरू की गई विशिष्ठ मंडी का निर्माण काम सरकार जाते ही बंद हो गया। इसके चलते...
सपा शासन के दौरान आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर ठठिया क्षेत्र के जैनपुर गांव के निकट 100 करोड़ की लगात से 82 एकड़ क्षेत्रफल में शुरू की गई विशिष्ठ मंडी का निर्माण काम सरकार जाते ही बंद हो गया। इसके चलते कन्नौज व आसपास जिलों के किसानों को दिक्कतें उठानी पड़ रही है। किसानों को अपनी उपज बिक्री के लिए कानपुर अथवा लखनऊ ले जानी पड़ रही है।
कन्नौज जिले के आलू किसानों को राहत देने के लिए सपा सरकार के दौरान वर्ष 2016 में विशिष्ठ मंडी के निर्माण की आधारशिला रखी गई थी। सरकार की मंशा थी कि इस विशिष्ठ मंडी में विश्व स्तरीय सुविधाएं दी जाएंगी। जिससे कन्नौज के अलावा आसपासके औरेया, फर्रुखाबाद, कानपुर देहात, हरदोई, उन्नाव जिले के किसानों को इसका लाभ मिलेगा। किसानों की फसल अच्छे दाम पर बिक्री होगी। कई प्रान्तों के व्यापारी मंडी में आकर किसानों की उपज खरीदेंगे। इसके लिए सरकार ने पहला बजट भी रिलीज कर दिया था। सपा सरकार के कार्यकाल में मंडी स्थल की बांउण्ड्री वाल के निर्माण का काम पूरा हो गया था। सरकार जाने के बाद इस मंडी का निर्माण अधर में लटक गया। नई सरकार ने मंडी निर्माण के लिए बजट नहीं मिलने से निर्माण का काम ठप पड़ा है।