हमलावरों को चिह्नित करने के लिए पुलिस ने खंगाले वीडियो फुटेज
सड़क हादसे में भीड़ के हमले का शिकार हुई थाना पुलिस इलाज कराने के बाद देर शाम तक हमलावरों को चिह्नित करने के लिए माथा पच्ची करती रही। पुलिस अधिकारियों ने उन वीडियो फुटेज को भी खंगाला जो उपद्रव के दौरान...
सड़क हादसे में भीड़ के हमले का शिकार हुई थाना पुलिस इलाज कराने के बाद देर शाम तक हमलावरों को चिह्नित करने के लिए माथा पच्ची करती रही। पुलिस अधिकारियों ने उन वीडियो फुटेज को भी खंगाला जो उपद्रव के दौरान पुलिस कर्मियों ने अपने कैमरे और मोबाइल से बनाए थे। हालांकि देर शाम तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की जा सकी। बेला बाग के सामने कन्हईपुरवा गांव निवासी बृजेश्वर दयाल की सड़क हादसे में मौत के बाद मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मकनपुर-ठठिया रोड पर कंटीली झाड़ी और बल्ली डालकर रोड जाम कर दिया। यहां पहुंचे थानाध्यक्ष अजय राज वर्मा ने भीड़ को समझा-बुझा कर हटाने की बजाए उन्हें सड़क से खदेड़ देने का प्रयास किया। पुलिस का यह दांव उन पर ही भारी पड़ गया और उग्र हुई भीड़ ने हाथ में पत्थर और डंडे लेकर फोर्स पर ही हमला कर दिया। भीड़ के हमले का शिकार हुए थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिस कर्मियों ने खुद की जान सांसत में पड़ी देख बचाव में फायरिंग कर दी। गोलियों की आवाज सुनकर भीड़ खेतों की ओर भाग खड़ी हुई। भीड़ की पिटाई से घायल पुलिस कर्मियों ने सीएचसी में इलाज कराने के बाद थाने पहुंच कर हमलावरों को चिह्नित करने का काम शुरू कर दिया। इसके लिए पुलिस अधिकारियों ने हमले और उपद्रव के समय मोबाइल फोन और कैमरों से बनाए गए वीडियो फुटेज का सहारा लिया। देर शाम तक थाने में बैठकर पुलिस अधिकारियों वीडियो फुटेज खंगालते रहे। हालांकि देर रात तक हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई तो नही की जा सकी, लेकिन उन्हें चिन्हित करने की प्रक्रिया चलती रही। पुलिस सूत्रों की माने तो थाने में 7 हमलावरों को वीडियो फुटेज के आधार पर चिन्हित कर लिया गया था और एफआईआर में उन सबके नाम शामिल करने की बात कही गई। जबकि पुलिस ने करीब 15 लोगों को अज्ञात में भी शामिल करने की योजना बनाई है। मामले को लेकर पुलिस कप्तान हरीश चन्दर का कहना है कि पुलिस हमला करने वालों को बख्सा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।