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कौमी एकता से नदारद रहे अफसर

गंगा-जमुनी तहजीब को अपने दामन में समेटे इत्रनगरी में कौमी एकता सप्ताह मजाक बन कर रह गया है। 19 नवम्बर से शुरू हुए कौमी एकता सप्ताह में जिले के अफसर दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। प्रशासन के बुलावे पर शहर...

कौमी एकता से नदारद रहे अफसर
हिन्दुस्तान टीम,कन्नौजThu, 23 Nov 2017 12:15 AM
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गंगा-जमुनी तहजीब को अपने दामन में समेटे इत्रनगरी में कौमी एकता सप्ताह मजाक बन कर रह गया है। 19 नवम्बर से शुरू हुए कौमी एकता सप्ताह में जिले के अफसर दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। प्रशासन के बुलावे पर शहर के संभ्रांत नागरकि तो पहुंच रहे हैं, लेकिन अफसरों की खाली पड़ी कुर्सियां उनकी चुगली करती दिख रही हैं। यह हाल तब है जब प्रमुख सचिव की ओर से बाकायदा दिशा-निर्देश जारी किया जा चुका है।

राष्ट्रीय एकीकरण अनुभाग के प्रमुख सचिव नेतराम ने जनपद में 19 से 25 नवम्बर तक कौमी एकता सप्ताह के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कराने के लिए जिलाधिकारी जगदीश प्रसाद को पत्र भेजकर निर्देशित किया था। जबकि अभी तीन दिन तक विकास भवन सभागार में कार्यक्रम आयोजित होने हैं। इसी कड़ी में बुधवार को विकास भवन सभागार में कमजोर वर्ग दिवस कार्यक्रम का आयोजन होना था। लेकिन फिर से अफसरों की गफलत से कार्यक्रम की अनदेखी हुई और श्रम विभाग के कर्मचारी दो बजे कार्यक्रम समाप्त कर चले गए। राष्ट्रीय एकीकरण के सदस्य रामशंकर झा, शकील अहमद, मुफीद कनौजी, हुनर रसूलपुरी, सौरभ कुमार यादव आदि लोग भी अफसरों का इंतजार करने के बाद शाम चार बजे चले गए।

इन अफसरों को है जिम्मेदारी, लेकिन दिलचस्पी किसी को नहीं : डीएम ने कौमी एकता सप्ताह पर होने वाले कार्यक्रमों के लिए जिला विकास अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी,श्रम प्रवर्तन अधिकारी एवं प्रभागीय वनाधिकारी को नामित किया था। लेकिन नामित अधिकारी एक दिन भी विकास भवन सभागार में उपस्थित नहीं हुए है।

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