कन्नौज निज संवाददाता
गुजरे साल का आखिरी दिन दिसंबर का सबसे सर्द रहा था। नए साल का आगाज उससे भी कड़ाके की सर्दी से हुआ। साल के पहले ही दिन तापमान तीन डिग्री से भी कम दर्ज किया गया। रात से ही जारी बर्फीली पूरे दिन जारी रहीं। लोगों का पूरा दिन कंपकंपी के बीच गुजरा।
2020 का आखिरी महीना दिसंबर भी कड़ाके की सर्दी के नाम रहा था। साल के आखिरी दिन तो चार डिग्री सेल्सियस से कम का तापमान रहा ही था। महीने में कई बार पारा पांच डिग्री से भी कम का दर्ज किया गया था। साल के आखिरी दिन पड़ी कड़ाके की सर्दी से ही यह अहसास हो गया था कि नए साल का आगाज भी बर्फीली हवाओं के बीच ही होगा। हुआ भी वैसा ही। गुरुवार की रात से ही तेज बर्फीली हवाओं का सिलसिला शुक्रवार को दिन में भी जारी रहा। गलन भरी हवाओं और कड़ाके की सर्दी के बीच पूरे दिन लोग ठिठुरते रहे। दफ्तर में कामकाज भी नाम के बराबर ही हुआ। सार्वजनिक स्थानों रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भी ज्यादा चहल-पहल नहीं रही।
दोपहर बाद निकले सूरज ने बोला हैप्पी न्यू ईयर
नए साल के पहले दिन कड़ाके की सर्दी का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं, कि खुद सूर्यदेव भी घने कोहरे में छिपे रहे। एक जनवरी को सुर्योदय का समय सुबह 06:59 बजे था। लेकिन लगातार चल रही बर्फीली हवाओं, घना कोहरा और धुंध की वजह कर सूर्य ने अपने समय से करीब पांच घंटे बाद दोपहर 12 बजे दर्शन दिए। सूरज निकलने से लोगों को खुशी हुई। हालांकि लगातार चल रही हवाओं के आगे सूरज की नर्म मुलायम धूप ज्यादा कारगर साबित नहीं हुई। राहत की उम्मीद में खुली जगहों पर पहुंचे लोग हवा से बचाव में ही जुटे रहे।
समय से देर से उगा और समय से पहले ही डूबा सूरज
कड़ाके की सर्दी के बीच शुक्रवार को न सिर्फ पांच घंटे की देरी से उदय हुआ, बल्कि शाम में अपने अस्त होने के निर्धारित समय 05:28 बजे से ही पहले ही डूब गया। शाम चार बजे आसमान में कोहरे के बीच सिर्फ लाल सूरज दिखा, सूरज दिखा, जो जल्द बादलों में गुम हो गया।
पिछले दो दिनों के मौसम का मिजाज
*2021 के पहले दिन का तापमान: न्यूनतम 2.8, अधिकतम 18.04
*2020 के आखिरी दिन का तापमान: न्यूनतम 3.4, अधिकतम 16.04