ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश कन्नौजकोरोना की महामारी से मुक्ति को महागौरी की उतारी आरती

कोरोना की महामारी से मुक्ति को महागौरी की उतारी आरती

कोरोना की महामारी के चलते लॉकडाउन है। चैत्र नवरात्र में भी भक्तों के लिए मंदिरों के कपाट भी बंद हैं। देवी मां के भक्तों ने कोरोना वायरस से निजात दिलाने के लिए घरों में ही दुर्गा सप्तशती का पाठ किया।...

कोरोना की महामारी से मुक्ति को महागौरी की उतारी आरती
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,कन्नौजWed, 01 Apr 2020 09:18 PM
ऐप पर पढ़ें

कोरोना की महामारी के चलते लॉकडाउन है। चैत्र नवरात्र में भी भक्तों के लिए मंदिरों के कपाट भी बंद हैं। देवी मां के भक्तों ने कोरोना वायरस से निजात दिलाने के लिए घरों में ही दुर्गा सप्तशती का पाठ किया। अष्टमी पर आठवें स्वरूप महागौरी की आराधना की गई, ताकि मां महामारी का जल्द से जल्द नाश करें।

बुधवार को मां महागौरी की आराधना श्रद्धाभाव से हुई। जो भक्त नौ दिनों के व्रत नहीं रहते हैं, उन्होंने प्रथमा के बाद दूसरा व्रत अष्टमी को रखा। रामनवमी को पूजा-अर्चना के बाद व्रत तोड़ा जाएगा। इस बार कोरोना वायरस के कारण चैत्र नवरात्र में मंदिरों में भीड़ नहीं है। भक्तों ने घरों में ही मातारानी की आराधना की। मंदिरों में सिर्फ पुजारियों ने ही पूजा-पाठ व अनुष्ठान किए। सुबह-शाम आरती भी हुई। अष्टमी व नवमी को भक्त मातारानी की पूजा के बाद कन्याभोज करते हैं, लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण भक्तों ने बिना कन्याभोज के ही माता रानी की पूजा-अर्चना की। मां के बारे में कहा जाता है कि अष्टम स्वरूप अत्यंत तेज और उग्र है। जिसकी आराधना करने से सभी प्रकार के शत्रुओं का नाश व महामारी का प्रकोप भी शांत हो जाता है। इसलिए भक्तों ने कोरोना वायरस की महामारी से मुक्ति की प्रार्थना करते हुए मां महागौरी की पूजा अर्चना की।

सोशल डिस्टेंस के बीच आज गूंजेगी रामजन्म की किलकारी

चैत्र नवरात्र की नवमी के दिन मां भगवती की विशेष पूजा अर्चना होती है। इस दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व है। नवमी को ही पुरुषोत्तम श्रीराम का जन्मोत्सव भी धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन इस बार कोरोना वायरस के कारण श्रद्धालु घरों में साधारण तरीके से पूजन-अर्चन करेंगे, लेकिन कन्या भोज नहीं करा पाएंगे। अगर कोई घर पर कन्या भोज करता भी है तो उसे सोशल डिस्टेंस का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा। गुरुवार को सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए घरो में श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। जानकारों के मुताबिक नवमी का व्रत व हवन गुरुवार यानि दो अप्रैल को होगा। सूयार्ेदय के पूर्व से ही नवमी तिथि शुरू होगी, जो रात 08:47 बजे तक रहेगी। आचार्य पवन शुक्ल के अनुसार दिन में कभी भी हवन कर सकते हैं। गुरुवार को नवमी तिथि को मध्याह्न बेला में श्रीराम चन्द्र जी का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।

विधानसभा चुनाव 2023 के सारे अपड्टेस LIVE यहां पढ़े