कन्नौज में श्रीमद भागवत कथा में सुनाया गोवर्धन पूजा का महत्व
तालग्राम, सवांददाता। ग्राम कुशलपुरवा में श्रीमद्भागवत ज्ञानकथा का आयोजन चल रहा है। ज्ञानकथा का...

तालग्राम, सवांददाता।
ग्राम कुशलपुरवा में श्रीमद्भागवत ज्ञानकथा का आयोजन चल रहा है। ज्ञानकथा का वर्णन वेदम व्यास प. विजय शंकर महाराज द्वारा किया जा रहा है। कथा के अंतिम दिन भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया, और गोवर्धन पूजा का महत्व बताया।
कथा वाचक विजय शंकर महाराज ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी लीलाओं में कंस के भेजे विभिन्न राक्षसों का संहार करते है। श्रद्धालुओं ने गोवर्धन पूजन कर गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा की। उन्होंने कहा कि इंद्र को अपनी सत्ता और शक्ति पर घमंड हो गया था। उनका घमंड दूर करने के लिए भगवान ने ब्रज में इंद्र की पूजा बंद करवा दी और गोवर्धन की पूजा शुरू करा दी। इससे गुस्साए इंद्र ने ब्रज मंडल पर भारी बारिश कराई। प्रलय से लोगों को बचाने के लिए भगवान ने कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। सात दिनों के बाद इंद्र को अपनी भूल का अहसास हुआ। कथा के दौरान गोवर्धन पूजन का उत्सव उल्लास के साथ मनाया गया। संगीतमय कथा के दौरान भजनों पर पांडाल में उपस्थित श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया। इस मौके पर मुनेश चद्र, सरोज, प्रदीप, राजेश प्रजापति, नरेश चद्र ठाकुर, गोकुल ठाकुर, जीतू, संजीव प्रजापति आदि रहे।
