सर्वर और मोबाइल नंबर के फेर में नहीं बन पा रहे बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड में रोड़ा
Kannauj News - आयुष्मान योजना में अब 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को भी लाभ मिल रहा है। हालांकि, कार्ड बनवाने में समस्याएँ आ रही हैं जैसे आधार कार्ड में मोबाइल नंबर लिंक न होना और सर्वर की दिक्कतें। इससे केवल...

कन्नौज,संवाददाता। सरकारी और निजी अस्पतालों में आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को इलाज उपलब्ध कराने वाली आयुष्मान योजना में अब 70 वर्ष से अधिक बुजुर्ग भी लाभार्थी में शामिल किए गए हैं। आधार कार्ड पर दर्ज जन्मतिथि से बुजुर्गों को योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके तहत पांच लाख तक का नि:शुल्क इलाज वर्ष भर में ले सकते हैं। बावजूद इसके आयुष्मान कार्ड बनवाने में बुजुर्गों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कभी सर्वर तो कभी आधार कार्ड में मोबाइल नंबर लिंक न होने से अभी तक जिले में महज 3807 बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड बन सके हैं। इसको लेकर आपके अपने ‘हिन्दुस्तान अखबार की टीम ने पड़ताल की। लोगों को बेहतर उपचार मुहैया कराने के उद्देश्य से जिले में साल 2018 में आयुष्मान योजना की शुरुआत की गई थी। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना व मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत जिले में 643298 आयुष्मान कार्ड बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें करीब 429939 लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड का लाभ मिल चुका है। इस योजना में पहले केवल आर्थिक रूप से अक्षम लोगों को शामिल किया गया था। जबकि उपचार की सबसे ज्यादा जरूरत बुजुर्गों को पड़ती है। इस फैसले से जिले के लगभग 10524 बुजुर्गों को लाभ मिलने के रास्ते खुल गए हैं। जिले में 70 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ जनों के आयुष्मान कार्ड बनने की शुरुआत हो गई है लेकिन सर्वर की समस्या के चलते स्वास्थ्य कर्मियों को बुजुर्गों का डेटा फीड करने और कार्ड बनाने में परेशानी हो रही है।
फिंगर प्रिंट स्कैन न हो पाने की आ रही समस्या
70 साल या उससे अधिक उम्र के सीनियर सिटीजन को आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सीनियर सिटीजन के हाथ की त्वचा घिस जाने के कारण कंप्यूटर उनके फिंगर प्रिंट नही ले पा रहा है। इससे सीनियर सिटीजन के कार्ड नही बन पा रहे हैं। ऐसे मे सीनियर सिटीजन को आयुष्मान केंद्रो से मायूस लौटना पड़ रहा है।
वृद्धाश्रम में रह रहे लोगों को आ रही दिक्कत
वृद्धा आश्रम मे स्वास्थ्य विभाग की टीम 70 साल से अधिक उम्र के वृद्धों का आयुष्मान कार्ड बनाने पहुंची। वहां रहने वाले चार वृद्धों के आयुष्मान कार्ड नहीं बन सके। इससे उन्हे आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वृद्धा आश्रम के मैनेजर अंकित ने बताया कि राम गोपाल उम्र 72 वर्ष और सिया प्यारी उम्र 70 वर्ष के पास आधार कार्ड न होने से इनके आयुष्मान कार्ड नही बन पाया। वही वृद्ध हीरा लाल उम्र 74 वर्ष और मूल चंद्र उम्र 107 वर्ष के आधार कार्ड मे मोबाइल नंबर लिंक न होने से इनका भी आयुष्मान कार्ड नही मिल सका। हालांकि इनके अलावा स्वास्थ्य टीम ने वृद्ध आश्रम मे कुल 48 वृद्धों के आयुष्मान कार्ड बनाए हैं।
बोले बजुर्ग
केस -1
सरायमीरा निवासी विमला देवी हाल ही में उम्र के सात दशक पार कर चुकी हैं। बेटा उन्हे गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंचा था। मोबाइल नंबर फीड न होने पर नहीं बन सका। अब सुधार कराने के लिए जनसेवा केंद्र के चक्कर लगा रहे हैं।
केस -2
तिर्वा निवासी राकेश कुमार गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए सीएचसी तिर्वा पहुंचे थे। यहां सर्वर न आने पर वह काफी देर तक इंतजार करते रहे। इसके बावजूद सर्वर नहीं आया तो वह निराश होकर लौट गए। अब जनसेवा केंद्र के जरिए गोल्डेन कार्ड के लिए आवेदन किया है।
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कोट
लाभार्थियों के जिले से बाहर होने के चलते लक्ष्य अधूरा है। इसको पूरा करने के लिए सीएचसी, पीएचसी और जिला अस्पताल सहित ग्राम पंचायतों मे लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा रहे हैं। साथ ही जिनके आधार मे मोबाइल नंबर लिंक नहीं है। वह नंबर लिंक करवा कर आयुष्मान कार्ड बनवा रहे हैं।- डॉ जितेंद्र नाग, नोडल ऑफिसर
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